जिन नक्सलियों ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को एक झटके में मौत के घाट उतार दिया उन नक्सलियों से कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने झीरम नक्सली हमले के चौथी बरसी पर हिंसा छोड़ने की अपील किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के माओवादियों को नेपाल के माओवादियों सीख लेनी चाहिए। प्रदेश में भी नक्सलियों को भी चुनाव में हिस्सा लेकर लोकतंत्र के रास्ते अपनी मांग को पूरा कराना चाहिए। हालांकि उन्होंने रमन सरकार पर निशाना भी साधा। और कहा कि रमन सरकार नक्सल मोर्चे पर विफल है। उनसे झीरम हमले मामले सीबीआई जांच की उम्मींद करना बेमानी है।

छत्तीसगढ़ प्रभारी नहीं बनेंगे !
वहीं दिग्विजय सिंह ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी बनने को लेकर कोई खास रुचि नहीं दिखाई। दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुँचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश प्रभारी हरिप्रसाद अच्छा काम कर रहे हैं। उनकी आवश्यकता नहीं है। 2018 का चुनाव उनके नेतृत्व में लडा जाए।

भाजपा जिम्मेदार
वहीं उन्होंने जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर किसी तरह की राजनीति नहीं होना चाहिए। जम्मू-कश्मीर में भाजपा और पीडीएफ की सरकार पूरी तरह से विफल है। वहीं उन्होंने मोदी सरकार प निशाना साधते हुए कहा कि कालाधन वापस आया नहीं, महंगाई कम हुई नहीं, नोटबंदी से कोई फायदा हुआ नहीं, आंतकवाद पर रोक लगी नहीं, सीमापार जवान शहीद हो रहे हैं, आम आदमी परेशान है तो फिर जश्न किस बात को लेकर मनाया जा रहा है।
हुर्रियत के नेताओं से कांग्रेस नेताओं के मिलने को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर कहा कि भाजपा के नेता भी हुर्रियत के नेता मिल चुके हैं। वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रताप वैदिक ने तो पाकिस्तान जाकर हाफिज सईद का साक्षात्कार लिया था तब क्यों सवाल नहीं उठाए गए थे।