कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। पुलवामा हमले (Pulwama Attack) को लेकर कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के बयान के बाद सियासत गरमा गई है। दिग्विजय ने खुफिया विफलता के कारण शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने की बात कही। अब उन पर भाजपा के तमाम नेता निशाना साध रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर समेत कई नेताओं ने हमला बोला है।
दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा कि आज हम उन 40 सीआरपीएफ शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो पुलवामा में खुफिया विफलता के कारण शहीद हो गए। मुझे उम्मीद है कि सभी शहीद परिवारों का उपयुक्त रूप से पुनर्वास किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारे देश के जवानों ने देश की एकता अखंडता बनाए रखने के लिए अपने एक-एक बूंद रक्त का बलिदान दिया है। जो लोग उनका सम्मान नहीं कर पा रहे हैं वह क्या भारत जोड़ेंगे। हम ऐसे लोगों का क्या व्याख्यान करे, बस इतना जरूर है कि ऐसे लोगों की जितनी निंदा करेंगे उतनी कम होगी।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पुलवामा अटैक की बरसी पर शहीदों को नमन किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस बात को अच्छे से जानता है कि मोदी जी के नेतृत्व में लगातार इस बात की कोशिश हो रही है कि हमारी सेना मजबूत हो। देश की सेना पूरे शस्त्रों से सुसज्जित हो। हमारी सेना आने वाले कल में किसी भी परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हो, यही संकल्प है।
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पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने भी दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि पुलवामा जो बलिदान है उस बलिदान को इतिहास में हम कभी नहीं भुला सकते। पुलवामा के बदले जो बालाकोट किया वह भी भारत के इतिहास का स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाने वाला अध्याय है। पुलवामा में शहादत और बालाकोट में हमारे एयर फोर्स का शौर्य खास तौर पर विंग कमांडर अभिनंदन की बहादुरी पूरे देश ने देखी है, हम उनके सामने नतमस्तक है। आज ऐसे लोगों को प्रायश्चित जरूर करना चाहिए जिन्होंने उस सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जीकल स्ट्राइक बोला था।
उन्होंने कहा कि उन लोगों को आज शर्म आना चाहिए जिन्होंने बालाकोट के इतने बड़े शौर्य को झूठा बताया था और प्रमाण मांगा था। यह देश किसी भी राजनीतिक दल की 100 गलतियां माफ कर देगा। लेकिन शहीदों के प्रति अगर थोड़े भी अपमान की भाषा किसी भी पार्टी ने बोली है तो ऐसी पार्टियों को इतिहास के कूड़ेदान में जनता ने फेंक दिया है। यह सारे देश को जोड़ने वाले लोग, पाखंड करने वाले लोग अपने शहीदों के खून का मजाक उड़ा रहे हैं। क्या यह लोग हिंदुस्तान को जोड़ने वाले लोग हो सकते हैं, यह भारतीय राजनीति के नाम पर शर्म है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे लोगों पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं लगता है। लेकिन शहीदों के बारे में यदि कोई ऐसी टिप्पणी करें तो मन को बहुत पीड़ा होती है। दिग्विजय सिंह जी को याद रखना चाहिए कि इन शहीदों के कारण ही हम स्वतंत्र भारत में बैठे हुए हैं। स्वतंत्रता के साथ वह भी अपनी बात कह पा रहे और हम भी अपनी बात कर पा रहे हैं।
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