भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में हुए ABVP के कार्यक्रम ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। यूनिवर्सिटी के बड़े पदाधिकारियों के शामिल होने और ABVP का गमछा पहनने को लेकर छात्र संगठन आमने-सामने है। लेकिन इस विवाद में अब पूर्व सीएम और कांग्रेस दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह की एंट्री हो गई है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के समरसता कार्यक्रम को लेकर सवाल किया है कि आपके पदाधिकारियों में कितने अल्पसंख्यक हैं? रजिस्ट्रार से भी सवाल किया कि क्या आप भी ABVP के सदस्य हैं?
दिग्विजय सिंह ने लगाई सवालों की झड़ी
दिग्विजय सिंह ने X पर पोस्ट कर सवाल किया, “क्या ABVP बाबा साहब अंबेडकर के संविधान में जो सभी को समान अधिकार देने का Preamble में प्रावधान है उसका समर्थन करती है? यदि हां तो अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाना बंद करें। समरसता दिवस मनाना है तो आपके पदाधिकारियों में कितने अल्पसंख्यक हैं? रजिस्ट्रार महोदय क्या आप भी ABVP के सदस्य हैं? क्या ABVP राजनैतिक दल भाजपा का संगठन नहीं है? क्या शासकीय सेवाओं में कर्मियों व अधिकारियों को राजनैतिक कार्यक्रमों में भाग लेने की छूट है? यदि नहीं है तो क्या मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव महोदय, रजिस्ट्रार महोदय के खिलाफ कार्यवाही करेंगे?”
यह है पूरा मामला
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में एबीवीपी का कार्यक्रम हुआ था। जिसमें यूनिवर्सिटी के बड़े पदाधिकारी भी शामिल हुए थे। कुलसचिव डॉ. अविनाश बाजपेई और प्रोफेसर डॉ. आशीष जोशी ने इसमें सहभागिता की थी। इस दौरान उन्होंने गले में ABVP का गमछा पहना हुआ था। जिसके बाद एनएसयूआई ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और प्राध्यापकों पर एबीवीपी के इकाई गठन कार्यक्रम में जाने और पट्टा पहनने का आरोप लगाया।
मामला सामने आने के बाद एनएसयूआई ने किया विरोध
मामला सामने आने के बाद NSUI ने इसका विरोध किया। कार्यकर्ताओं ने निदेशक प्रोडक्शन डॉ. आशीष जोशी की नेम प्लेट पर कालिख पोत दी और उस पर ‘सहायक एबीवीपी’ लिख दिया।
ABVP ने Dogs & Nsui Goons Not Allowed के लगाए पोस्टर
NSUI के विरोध प्रदर्शन के बाद ABVP ने एक पोस्टर लगाए ABVP ने Dogs & Nsui Goons Not Allowed जिसमें (कुत्तों और एनएसयूआई गुंडों को अनुमति नहीं) लिखा था।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक