दीपक ताम्रकार,डिंडोरी/अजय शर्मा, भोपाल। मध्य प्रदेश के डिंडोरी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत युवतियों का स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्टकराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। डिंडोरी महिला काँग्रेस ने रैली निकाल कर अवंती बाई चौक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया है और राज्यपाल के नाम दोषियों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर एसडीएम डिंडोरी को ज्ञापन सौपा है और शिवराज सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।

विवादों में कन्या विवाह योजना: शादी से पहले कराया गया प्रेग्नेंसी टेस्ट, कांग्रेस ने जताई आपत्ति, बीजेपी ने जांच को ठहराया जायज!

ये महिलाओं के निजता का हनन – रानी अग्रवाल 
वहीं इधर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने भी प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दुल्हनों का प्रेगनेंसी टेस्ट कराना बेहद आपत्तिजनक है। ये महिलाओं की निजता का हनन और आदिवासी बहनों का अपमान है। रानी अग्रवाल ने कहा कि ये केवल टेस्ट नहीं बल्कि बहनों के चरित्र पर उठाए गए सवाल है। उन्होंने कहा कि मामले की सरकार को जांच करानी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।  

सामूहिक विवाह में 90 जोड़ों ने थामा एक-दूजे का हाथ, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत लिए सात फेरे

दरअसल बीते दिनों गाड़ासरई में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 219 जोड़ो का विवाह जिला प्रशासन द्वारा कराया गया। इस दौरान बछरगाँव की कुछ युवतियों ने आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य परीक्षण के साथ साथ उनका प्रेग्नेंसी टेस्ट किया गया था। इस मामले पर विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने बच्चियों की निजता का हनन बताते हुए मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर सवाल उठाए थे और आज महिला कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया है। मप्र के राज्यपाल के नाम सौपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि प्रेग्नेंसी टेस्ट के क्या मापदंड है उंन्हे सार्वजानिक किया जाए। किस नियम के तहत प्रदेश की बहनों को सार्वजनिक रूप से अपमान कर रहे है ? इस तरह से बहनों की बेज्जती का हक किसने दिया,साथ ही अन्य बातों का उल्लेख है। 

अनोखी शादी! मुख्यमंत्री कन्या विवाह के मंडप में अकेली बैठी रही दुल्हन, नहीं पहुंचा दूल्हा, मंच से बताया एक्सीडेंट हो गया, सरपंच ने कहा- कोई दुर्घटना नहीं हुई, SDM ने जांच की कही बात

कलेक्टर ने कही ये बात 
वही इस कन्या विवाह आयोजन के दौरान पूरे घटनाक्रम पर उठ रहे सवाल को लेकर डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने बयान दिया है कि इसमें सीधा सीधा मामला केवल स्वास्थ्य परीक्षण का है। क्योंकि अपना इलाका (डिंडोरी) सिकिल सेल एनीमिया से ग्रसित है,तो हम लोग वहां पर फिटनेस लेते है बच्चियों की और इसमें बहुत सारी गाइड लाइन भी है। तो इसी आधार पर जांच की गई थी। इसमें जो स्थानीय स्तर के डॉक्टरों ने अपने विवेक से जिनको बच्चियों ने बताया कि पीरियड मिस हुए है तो उनके यूरिन टेस्ट किया था। जिसमे से 4 बच्चियों का पॉजिटिव आया था तो उन्हें एहतियात तौर पर इस बार विवाह में शामिल नही किया गया। इसके अलावा बाकी तथ्य है जो विस्तार करके बताए जा रहे है। सभी का टेस्ट को लेकर लगे आरोपों पर कलेक्टर विकास मिश्रा ने कहा कि सभी बच्चियों का टेस्ट नही किया गया है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus