अमृतसर. पंजाब में पानी की कमी के कारण पंजाब सरकार ने धान की रोपाई 1 जून से शुरू करने का फैसला किया है। वहीं, सीधी बिजाई (Direct Seeded Rice) आज से शुरू हो गई है।

किसान अपने खेतों में आज से धान बो सकेंगे। सीधी बिजाई का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे पानी की काफी बचत होती है, क्योंकि इसके लिए खेत में पानी जमा (कद्दू) करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसे सामान्य फसलों की तरह बोया जाता है। दूसरा फायदा यह है कि मोटर कम चलानी पड़ती है, जिससे बिजली और डीजल की भी काफी बचत होती है।

पंजाब सरकार ने इस बार धान की सीधी बिजाई का रकबा 5 लाख एकड़ तक करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सरकार किसानों को जागरूक करने और प्रोत्साहित (कुछ मदद) करने के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी दे रही है। सीधी बिजाई करने वाले किसानों को पंजाब सरकार की ओर से 1500 रुपये प्रति एकड़ की आर्थिक मदद दी जाएगी।


बासमती बोने वालों को भी मिलेगा फायदा


पंजाब सरकार ने बासमती चावल की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को 1500 रुपये की आर्थिक मदद देने का फैसला किया है। पिछले साल सीधी बिजाई करने वाले 21,338 किसानों को 29 करोड़ 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी। पिछले साल किसानों ने 2 लाख 53 हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई की थी।


सीधी बिजाई के फायदे

  • 15-20% तक पानी की कम खपत
  • लगभग 3,500 रुपये प्रति एकड़ मजदूरी लागत में कमी
  • मोटर कम चलने से बिजली की बचत
  • धान के लिए खेत तैयार करने में लगने वाले डीजल की बचत