राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में सरकार ने मां नर्मदा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। Narmada नदी में गंदगी नहीं मिलने दी जाएगी। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 2 साल की समय सीमा तय की गई। नर्मदा के मार्ग पर जितने भी अर्बन बॉडी है, उनके लिए कार्य योजना बनाई जाएगी।

एमपी विधानसभा बजट सत्र का आज 6वां दिन है। सदन में कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने जबलपुर नगर का गंदा पानी नर्मदा नदी में मिलने पर ध्यानाकर्षण किया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि किसी भी नगरीय निकाय से गंदगी नहीं मिलने दी जाएगी।

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लखन घनघोरिया ने कहा कि मैं 10 साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं, लेकिन एक ही तरह का जवाब आता है। आज फिर विधानसभा में मुद्दा उठाया हूं। गंदे नाले नर्मदा नदी में मिलने से धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचती है। मैंने तो यही कहा कि मां नर्मदा शिवजी की मानस पुत्री हैं, सबकी आस्था का केंद्र हैं। अकेली बीजेपी की आस्था का केंद्र नहीं है। हम सबकी मां हैं, जब सरकार कटघरे में खड़ी हुई तो चतुराई से बात मोड़ दी गई।

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पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि लखन घनघोरिया ने जो सवाल उठाया है, वहां मुख्यमंत्री जाएंगे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि विधानसभा में असत्य जानकारी दी जा रही है। घर-घर पानी की योजना ने कमर तोड़ दी है। घर का नल तो आ गए, लेकिन पानी नहीं आया है। विधानसभा चुनाव भ्रष्टाचार के पैसे से ही लड़ा गया था।

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