रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों और मृतकों के आँकड़ों में भारी अंतर के हुए खुलासे पर हैरत जताते हुए इसे गंभीर और प्रदेश सरकार के लिए बेहद शर्मनाक विषय माना है। अग्रवाल ने कहा कि दुर्ग, रायगढ़, जांजगीर-चाँपा आदि जिलों में कोरोना संक्रमितों और मृतकों के आँकड़ों में भारी अंतर के खुलासे ने भाजपा द्वारा व्यक्त की जा रही उस आशंका को पुष्ट किया है कि प्रदेश सरकार कोरोना के मामले में तथ्यों को छिपा रही है, झूठ बोलकर प्रदेश को भ्रमित कर रही है और इसके लिए उसे प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अग्रवाल ने कहा कि आज तक कांग्रेस के शासनकाल में नाना प्रकार के घोटालों का खुलासा होता रहा है, प्रदेश में भी जबसे कांग्रेस की सरकार आई है, कई तरह की आर्थिक अनियमितताओं और माफियाराज की आड़ में घोटालों का सिलसिला चल रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार लोगों की जान की दुश्मन बनकर अब कोरोना संक्रमण के मामलों और उससे हो रही मौतों के आँकड़ों में भी घोटाला कर दिया है। अग्रवाल ने कहा कि कोरोना स्टेट कमांड सेंटर और जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) के आँकड़ों में जमीन-आसमान का फर्क है। 19 सितम्बर तक की स्थिति में प्रदेश के 25 जिलों के आँकड़ों के मुताबिक स्टेट कमांड सेंटर जहाँ कोरोना संक्रमितों की संख्या 79,830 और मृतकों की संख्या 630 बता रहा है, वहीं इन जिलों के सीएमएचओ की रिपोर्ट्स में ये आँकड़े क्रमशरू 88,942 और 1,041 दर्शाए गए हैं। इस प्रकार संक्रमितों की संख्या में 9,112 और मृतकों की संख्या में 418 का अंतर है।

अग्रवाल ने प्रदेश सरकार से यह सवाल किया है कि ऐसी स्थिति में किन आँकड़ों को सही माना जाए और कोरोना के खिलाफ रणनीतिक तैयारी प्रदेश सरकार किन आँकड़ों के आधार पर कर रही है?

पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना को लेकर शुरू से ही लापरवाह, संवेदनहीन और झूठी साबित हो रही है। क्वारेंटाइन और कोविड सेंटर्स को नारकीय यंत्रणा का केंद्र बना देने वाली यह प्रदेश सरकार कदम-कदम पर केवल सियासी नौटंकियाँ करती रही और आज जब छत्तीसगढ़ कोरोना के चंगुल में जकड़ा त्राहि-त्राहि कर रहा है तब प्रदेश सरकार के तथाकथित ‘कोरोना प्लेयर्स’ मंत्री मुँह चुराए बैठे हैं और प्रदेश सरकार खुद घुटनों पर आ गई है।

अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की बदनीयती, कुनीतियों और नाकारा नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ के हर गली-मुहल्लों तक कोरोना का कोहराम मचा दिया है और अब भी मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के खिलाफ मिथ्या प्रलाप कर प्रदेश को भरमाने में ही मशगूल हैं। अग्रवाल ने कहा कि कोरोना से जुड़े आँकड़ों में मरीजों या मृतकों की संख्या में दो-चार का अंतर होता तो इसे एक सहज मानवीय भूल माना जा सकता था, लेकिन संक्रमितों की संख्या में 9,112 और मृतकों की संख्या में 418 का फर्क प्रदेश सरकार के लिए शर्म से गड़ जाने के लिए पर्याप्त है। इससे यह एकदम साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार ने जानबूझकर ये आँकड़े छिपाए हैं।

पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की राजधानी को दुनिया का अव्वल कोरोना हॉट स्पॉट बनाकर, एक्टिव केस में नंबर वन व टेस्टिंग के मामले में 20वें स्थान पर और रिकवरी रेट में देश के ही अन्य राज्यों के मुकाबले छत्तीसगढ़ को सबसे निचले स्तर पर पहुँचाकर प्रदेश सरकार जिस तरह अपनी किरकिरी करा चुकी है, इसी से बदहवास होकर प्रदेश सरकार ने संक्रमितों व मृतकों के आँकड़े छिपाने का काम किया है, जो निंदनीय और शर्मनाक है। इससे यह स्ष्ट होता है कि न जाने कितने लोग बिना इलाज के अकाल मौत के शिकार हुए हैं।

अग्रवाल ने कहा कि अगर सरकार इस तरह प्रदेश की आँखों में धूल झोंककर आँकड़े छिपाएगी तो कोरोना के खिलाफ जारी जंग के मद्देनजर उसकी रणनीति भी ठीक नहीं बनेगी। आँकड़ों को छिपाने से कोरोना को लेकर हमारी तमाम रणनीतियाँ कमजोर हो जाएंगीं। अग्रवाल ने कहा कि आँकड़े छिपाने के लिए प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ की जनता से क्षमा मांगकर अपने इस निकृष्ट राजनीतिक आचरण का प्रायश्चित करे।