रायपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0’ कार्यक्रम के माध्यम से देश भर के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से तनाव-रहित परीक्षा से जुड़े कई पहलुओं पर बातचीत कर रहे हैं. इस कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ की राजधानी के स्कूलों में भी बच्चे टेलीविजन और रेडियो पर परीक्षा पे चर्चा सुन और देख रहे है. केंद्रीय विद्यालय में प्रोजेक्टर लगाकर बच्चों को परीक्षा पे चर्चा दिखाया जा रहा है. पिछले साल भी प्रधानमंत्री ने देशभर के बच्चों से परीक्षा पे चर्चा की थी. इस परीक्षा पे चर्चा पर अभिभावक और बच्चे दोनों ही पीएम मोदी से सवाल पूछ रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम पर बच्चों ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के संदेश से हमें प्रेणना मिली है की परीक्षा के समय टेंशन नहीं लेना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा है कि पेपर के समय दिमाग में ज्यादा टेंशन नहीं लेना चाहिए. उस खेल पर भी ध्यान दो. खेलो भी पढ़ों भी. उन्होंने कहा कि माता-पिता कई बार डालते है कि परीक्षा में उन्हें अच्छा करना है. हमें प्रधानमंत्री की बात याद आएगी और उस पर अमल करेंगें, तो फायदा होगा. प्रधानमंत्री जी की एक बात अच्छी लगी उन्होंने एक लाइन कही एक खिलौने के टूट जाने से हमारा जीवन नहीं बिघरते, बचपन नहीं बिखरता, तो उस बात को हमें याद रखना चाहिए.

बच्चों ने कहा कि सालभर पढ़ने से तनाव नहीं रहता. प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम से हम मोटिवेट हो रहे है. इससे हम परीक्षा अच्छा करेंगे. टेंशन बहुत रहती है, लेकिन ऐसे टाइप का कुछ प्रोग्राम होता है तो हमें क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए. प्रधानमंत्री जी अपना अनुभव साझा कर रहे है. इससे हमें समझ आती है कि हमें ज्यादा टेंशन नहीं लेना है.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि, ‘प्रिय छात्र, अभिभावक एवं शिक्षक… मैं कल सुबह 11 बजे ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0′ कार्यक्रम में आपके साथ तनाव रहित परीक्षा के बारे में चर्चा करूंगा.’

वहीं इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकीकी ताकत का परिणाम है कि परीक्षा पे चर्चा को देशभर में स्कूलों एवं कालेजों में देखा जा सकेगा. उन्होंने कहा कि यह परीक्षा के लिए कठिन परिश्रम कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने का शानदार मौका है.