रवि गोयल, जांजगीर-चांपा. जिले में होटल का बड़ा खाने व कोल्ड्रिंक पीने से एक बच्ची की मौत हो गई. वहीं दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. इसमें एक बच्चे की हालत बिगड़ने की सूचना मिली है. जिनको रायपुर भेजे जाने की तैयारी चल रही है. परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
पूरा मामला सक्ती थाना क्षेत्र के पुरैना तालाब इलाके का है. जानकारी के अनुसार तबियत बिगड़ने पर परिजनों ने तीनों बच्चों को सक्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां एक बच्ची कुमारी निखत परवीन (5 साल) ने दम तोड़ दिया. वहीं सैयद राहत और मुक्कू की हालत गंभीर बताई जा रही है
परिजनों के मुताबिक दोपहर करीब 1 बजे बच्चों को नटराज होटल से कोलड्रिंक माजा और बड़ा खरीद कर खाने के लिए दिया था. बड़ा खाने और कोलड्रिंक पीने के कुछ देर बाद बच्चे उल्टी करने लगे. तबियत बिगड़ना देख परिजन घबरा गए. तत्काल परिजन नजदीकी अस्पताल लेकर गए. वे अपने साथ कोल ड्रिंक का बाटल भी साथ लेकर आए थे. परिजनों ने इस मामले में सक्ती के डॉक्टरों पर इलाज में लेटलतीफी और लापरवाही का भी आरोप लगाया है. वहीं डॉक्टरों ने फूड प्वाइजनिंग का मामला बताया है. फिलहाल दोनों बच्चे सैयद राहत और मुक्कू को जिला अस्पताल लाया गया है और उनका इलाज जारी है.
परिजनों ने इलाज में लेटलतीफी का लगाया आरोप
परिजनों ने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सक्ती के डॉक्टरों पर इलाज में लेटलतीफी और लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि जब बच्चों को अस्पताल लेकर गए तब वहां कोई डॉक्टर नही था, आधे घंटे तक बच्ची अस्पताल में तड़पती रही और फोन करने के बाद डॉक्टर वहां पहुंचे. अगर समय में बच्ची को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी.
समय पर किया गया इलाज- डॉ अनिल चौधरी
इस मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सक्ती के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल चौधरी का कहना है कि बच्चों को अस्पताल में आते ही उसका इलाज शुरू कर दिया गया था, मगर बच्ची को नहीं बचा सके.
सक्ती थाने में मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है. फिलहाल पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है.