रायपुर. बीजेपी शासनकाल वर्ष 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मल्टीविटामिन सिरप की खरीदी में करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हुए 104 पन्नों के दस्तावेजों के साथ कांग्रेस नेता नितिन भंसाली ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ ईओडब्ल्यू में शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है. इस गड़बड़ी के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नजदीकी रिश्तेदार का संरक्षण होने का आरोप लगाया है.

नितिन भंसाली ने गड़बड़ी की जानकारी देते हुए बताया कि डायरेक्टर हेल्थ सर्विस (DHS) से 23 फरवरी 2016 को 441 दवाइयों की खरीदी किये जाने का पत्र प्राप्त होने पर छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) ने 11 अगस्त 2016 को ऑनलाइन टेंडर जारी किया. विभाग ने टेंडर में विलंब होने का बहाना बनाते हुए ब्यूरो ऑफ फार्मा पीएसवीएस ऑफ इंडिया (BPPI) के माध्यम से अनुमोदित दरों पर जरूरी 23 दवाइयों की खरीदी के लिए प्रस्ताव DHS को भेजा. इसके आधार पर DHS ने Department of Commerce and Industries (DC&I) से वर्ष 2016-17 के लिए बिना टेंडर प्रक्रिया के इन जरूरी 23 दवाइयों की खरीदी के लिए अनुमति मांगी थी.

विभाग ने मल्टीविटामिन सिरप (ड्रग कोड D-696) की तीन महीने की जरूरत 50,58,540 बोतल 100 एमएल प्रति बोतल बताई गई. BPPI ने 28 जनवरी 2017 को विभाग को दिए गए मूल्य 200 एमएल बोतल के लिए 27.64 रुपए प्रति बोतल बताया गया था, इस संबंध में CGMSC ने 8 मार्च 2017 को DHS से 200 एमएल वाली मल्टीविटामिन सिरप की बोतल खरीदी किये जाने की अनुमति मांगी, जिस पर DHS ने 27 मार्च 2017 को इसकी अनुमति न देते हुए CGMSC के प्रस्ताव को निरस्त करते हुए 200 एमएल की मल्टीविटामिन सिरप की बोतल की खरीदी के बजाय मल्टीविटामिन टेबलेट (ड्रग कोड D-63) खरीदने के आदेश दिए.

24 लाख अतिरिक्त बोतल की खरीदी

नितिन भंसाली ने बताया कि CGMSC ने DHS के आदेश को रद्दी की टोकरी में डालते हुए नियमों ओर आदेशों की अवहेलना करते हुए 18 रुपए प्रति बोतल की दर से 100 एमएल पेकिंग की मल्टीविटामिन सिरप की आवश्यकता से लगभग 24 लाख बोतल अधिक खरीदते हुए कुल 73,94,500 बोतल की खरीदी के 4 क्रय आदेश BPPI को जारी किए, जिसका कुल मूल्य 13.31 करोड़ रुपए था.

बेक डेट पर जारी किया परचेस आर्डर

उन्होंने बताया कि गड़बड़ी यहीं पर नहीं रुकी CGMSC द्वारा जारी क्रय आदेश के मुताबिक 90 दिनों के भीतर सिरप की आपूर्ति की जानी थी, लेकिन BPPI ने अक्टूबर 2017 में कुल 7259250 बोतल की आपूर्ति अपने लोकल एजेंट मेसर्स नाहर मेडिकल एजेंसी के माध्यम से 76 से 95 दिनों की देरी से की. इस तरह से CGMSC ने मिलीभगत कर अप्रैल 2017 के बाद पिछली तारीखों में बेक डेट में मल्टीविटामिन सिरप की खरीदी के लिए क्रय आदेश जारी किए, जो गंभीर घोटाले की ओर इशारा कर रहा है.

परचेस आर्डर का रजिस्टर में जिक्र नहीं

नितिन ने बताया कि नियम के अनुसार प्रक्रिया के तहत CGMSC द्वारा आपूर्तिकर्ता शासकीय एजेंसी या फर्म को कंप्यूटर जनरेटेड परचेस आर्डर ई-मेल के माध्यम से भेजे जाते हैं, लेकिन यहां CGMSC के अधिकारियों ने मल्टीविटामिन सिरप के नियम विरुद्ध जारी किए गए चारों क्रय आदेश BPPI के लोकल सप्लायर एजेंट मेसर्स नाहर मेडिकल एजेंसी को बाय हैंड निजी तौर पर दिए, इन क्रय आदेशों का विभाग के डिस्पेच रजिस्टर में भी कहीं उल्लेख नहीं है. इस संबंध में भंसाली ने दस्तवेज सौंपते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ओर ईओडब्ल्यू से घोटाले में लिप्त दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.