वाशिंगटन। दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र संयुक्त राज्य अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने की ओर डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन अग्रसर हैं. राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट में से 269 वोट हासिल कर चुके बिडेन अमेरिकी राज्य नवादा और एरिजोना में आगे चल रहे हैं, ऐसे में उनका अमेरिकी राष्ट्रपति बनना तय हो जाएगा. हालांकि, बिडेन के राष्ट्रपति बनने से पहले ही राष्ट्रपति सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षा दस्ते ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.

अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव न तो कभी इतना लंबा चला और न ही मतदाता इतने विभाजित थे. अश्वेत अमरीकी की पुलिस के हाथों मौत और फिर कोरोना से निपटने के तौर-तरीकों को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमेशा से निशाने पर रहे. इसके बावजूद जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप को वोट मिले हैं, वह अमरीकी समाज के बंटे होने का स्पष्ट संकेत हैं. बहरहाल, डोनाल्ड ट्रंप से मिली कड़ी टक्कर के बावजूद जो बिडेन का जीतना इस बात का प्रतीक है कि तमाम विरोधाभाषों के बीच अमेरिकी समाज अपने नेतृत्व को लेकर सजग है.

पहली बार भारतीय मूल का व्यक्ति बनेगा उपराष्ट्रपति

अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव इस बार भारत में काफी चर्चा में है, इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका में भारतीयों का बढ़ता दबदबा ही है, कि जो बिदेन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल की कमला हैरिस को चुना है. दूसरी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच का व्यक्तिगत संबंध है. मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन में हुई सभा में सार्वजनिक तौर पर डोनाल्ड ट्रंप को समर्थन देने की बात भारतीय मूल को लोगों से कही थी. यह पहला मौका था जब भारत ने दूसरे देश की राजनीति में सीधे दखल दिया हो.

विवादों से रहा है जो बिडेन का नाता

डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन तीसरी बार राष्ट्रपति की पद की दौड़ में सफल साबित होते नजर आ रहा हैं. इसके पहले 1988 में वे राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हुए थे, लेकिन एकेडमिक रिकॉर्ड में गड़बड़ियों के चलते वो रेस से बाहर हो गए. दूसरी बार 2016 में फिर दौड़ में शामिल हुए, लेकिन बेटे की मौत से हताश बिडेश चुनाव से हटने का निर्णय लिया. लेकिन तीसरी बार बिडेन सफल होते नजर आ रहे हैं. विवादों की बात करें तो एकेडमिक रिकॉर्ड की गड़बड़ी की अलावा उन पर नेवादा की राजनेता लूसी फ्लोर्स ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. बहरहाल, इन तमाम विवादों को दरकिनार अब अमेरिकी राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं.