पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के दौरान पटना जंक्शन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। ऐसे समय जब सुरक्षा व्यवस्था सबसे सख्त होनी चाहिए थी, वहीं टिकट जांच के दौरान महिला टिकट कलेक्टर (TTE) और महिला यात्री के बीच तीखा विवाद हो गया, जिससे जंक्शन परिसर का माहौल तनावपूर्ण हो उठा।

टिकट दिखाने को लेकर हुई बहस

पटना जंक्शन के निकास द्वार पर तैनात महिला TTE ने यात्रियों के टिकट की जांच करते हुए एक महिला यात्री से टिकट दिखाने को कहा। महिला यात्री अपने छोटे बच्चे के साथ जंक्शन से बाहर निकल रही थी, लेकिन टिकट दिखाने की मांग पर दोनों के बीच बात बहस में बदल गई। विवाद इतना बढ़ा कि आसपास के लोग भी इस घटना को देखकर हैरान रह गए।

हंगामा बढ़ा तो रेल पुलिस ने संभाला मामला

झगड़े के बढ़ने पर सुरक्षा कर्मियों और रेल पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को अलग किया और स्थिति को नियंत्रण में लेकर मामला शांति से सुलझाया। रेल पुलिस ने कहा कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए आगे भी विशेष सतर्कता बरती जाएगी और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।

पटना जंक्शन प्रशासन ने की अपील

पटना जंक्शन प्रशासन ने यात्रियों और रेलवे स्टाफ से संयम बरतने और नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की है ताकि इस प्रकार के विवादों से बचा जा सके। प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान यह घटना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई, लेकिन सही समय पर की गई त्वरित कार्रवाई ने किसी बड़े विवाद को टाल दिया।

सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रशासन की जिम्मेदारी

प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बावजूद ऐसी घटनाओं का होना प्रशासन के लिए चेतावनी की तरह है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि सुरक्षा के साथ-साथ यात्रियों और कर्मचारियों के बीच सही संवाद और संयम भी बहुत जरूरी है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।