दिलीप साहू,बेमेतरा. क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है. नवागढ़ जिला सहकारी बैंक में हुए 58 लाख के डकैती मामले में पुलिस तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने इसका खुलासा करते हुए जानकारी दी की चोरी की गई रकम में से 3 लाख 15 हजार रुपए आरोपियों से जब्त कर लिया गया. साथ ही बताया कि कर्ज से परेशान होकर आरोपियों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने वारदात के पहले भाठापारा से दस्ताना खरीदा था ताकि फिंगर प्रिंट ना आने पाये और तिजोरी को चादर से ढ़ककर ले गये थे. वारदात को अंजाम देने के बाद अपने पहने हुए कपड़ों और दस्ताने को जला दिये थे. आरोपियों के निशानदेही पर ग्राम कुटकुरा चौकी मारो के तालाब से व घर की छत से तिजोरी के टुकड़े, अपराध में प्रयुक्त रॉड, कटर व मोटर सायकिल बरामद किया गया है. साथ ही चोरी की रकम से खरीदे गये बुलेट मोटर साइकल और महिला मित्र को खरीदकर दी गई स्कूटी को भी जब्त किया है.
पुलिस को मुखबीर से पता चला कि ग्राम कोड़िया थाना नवागढ़ निवासी जसपाल सिंह, उसका भाई अमृत पाल सिंह और साहेब सिंह कुछ दिनों से अनाप शनाप राशि खर्च कर रहे थे. जबकि दोनों की माली हालत ऐसी नहीं है कि वे बेहताशा खर्च कर सके. इस सूचना पर दोनों की गतिविधियों पर निगाह रखी गई और दोनों भाई की गतिविधियां संदिग्ध पाये जाने पर दोनों को हिरासत में ले कर पूछताछ किया गया. जिसके बाद इस चोरी का खुलासा हुआ है.
गौरतलब है कि चोरी की 58 लाख पैसे में से मात्र 3 लाख 15 हजार रुपए ही जब्त की गई है. बाकी पैसे इनके द्वारा बैंक और रिश्तेदारों का कर्ज पटाने, कृषि उपकरणों की खरीदी मरम्मत समेत अय्याशी में खर्च करना बताया है. इस सनसनीखेज चोरी के आरोपियों को पकड़ने के लिए आईजी दुर्ग के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित की गई थी या था.
बता दें कि इस घटना की जांच में बैंक प्रबंधन की भी लापरवाही सामने आई है. आरोपियों को ये अच्छी तरह पता था कि बैंक में सुरक्षा के लिए किसी तरह का इंतजाम नहीं है और रात्रि में भी वहां कोई नहीं रहता है. बैंक प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरती गई. जिसका फायदा उठाकर दोनों भाइयों ने अपने योजनानुसार चोरी करने में सफल हुए थे.