गरियाबंद. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत क्षय रोग उन्मूलन के लिए बेहतर कार्य करने पर प्रदेश के 4 जिलों का चयन किया है, जिसमें गरियाबंद जिले को रजत पदक और धमतरी, बलौदाबाजार एवं बस्तर जिले का कांस्य पदक के लिए चयन हुआ है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चयनित जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र एवं मैडल से सम्मानित किया.

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सहित विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे. गरियाबंद जिले से जिला क्षय रोग उन्मूलन प्रभारी डॉ. अमन हुमने ने मुख्यमंत्री से यह सम्मान प्राप्त किया. डॉ. अमन हुमने ने बताया कि स्वच्छ मिशन भारत द्वारा जिलों का चयन उनके 2015 से 2022 के दौरान क्षय रोग उन्मूलन के लिए किए गए कार्यो के आधार पर किया गया है. इस अवधि में गरियाबंद जिले में टीबी मरीजो की संख्या में 40 प्रतिशत की कमी आयी है, जिस पर उनके जिले का चयन रजत पदक के लिए हुआ है.

जिले को रजत पदक मिलने पर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी केसी उंराव ने हर्ष व्यक्त किया है. उन्होंने इसे विभाग की बड़ी उपलब्धि बताते हुए इसका श्रेय अपने सभी कर्मचारियों को दिया है. डॉ. हुमने ने जिलेवासियों को टीबी की बीमारी से बचने के लिए जागरूक रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को 2 सप्ताह से अधिक खांसी की शिकायत है तो उसे तत्काल अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर बलगम की जांच करानी चाहिए.

उन्होंने बताया कि टीबी की जांच से लेकर ईलाज तक सब सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है. यहां तक कि इस बीमारी के मरीजो को इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रति सप्ताह सहायता राशि भी प्रदान की जाती है.

डॉ. हुमने ने बताया कि जिले में क्षय रोग उन्मूलन का कार्य विभाग के सभी कर्मचारियों द्वारा काफी लग्न और गंभीरता से किया गया. जिला स्वास्थ्य विभाग ने अपने कर्मचारियों के कार्य को देखते हुए मैडल के लिए चयनित होने की उम्मीद थी इसलिए विभाग के जिला अधिकारियों ने जिला का नाम कांस्य पदक के लिए भेजा था, जबकि परिणाम इससे बेहतर आया और जिले का चयन रजत पदक के लिए हो गया.