कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर पहुंचे स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण राठी ने शुक्रवार को ग्वालियर चंबल संभाग के चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली। राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन और संचार संस्थान में आयोजित बैठक में ग्वालियर चंबल संभाग के सभी जिलों के CMHO, सिविल सर्जन और प्रमुख स्वास्थ अधिकारी शामिल हुए। आयुक्त ने अंचल के जिलो में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को एक बड़ा चेलेंज बताया है।

दरअसल, स्वास्थ्य आयुक्त ने लगभग 05 घंटे तक मैराथन बैठक ली। जिसमें आयुक्त ने सभी जिलों के स्वास्थ अधिकारियों से उनके जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मौजूदा हालात, संसाधनों की जानकारी ली। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में मरीजो की सुविधाओं को दुरुस्त करने की हिदायत दी। इस दौरान खास तौर पर आयुक्त ने सभी जिलों में रैफरल केस को लेकर नाराजगी जताई।

ये भी पढ़ें: उफ ये सरकारी सिस्टम: 18 साल बाद जनपद CEO ऑफिस पहुंचा कलेक्टर कोर्ट का आदेश, गलत चयन प्रक्रिया से शिक्षित व्यक्ति का करियर हुआ तबाह

आयुक्त ने सभी CMHO, सिविल सर्जन को हिदायत दी है कि जिले के सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों का व्यवस्थित इलाज करें, हालत खराब होने पर वह प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख न करते हुए सरकारी हायर सेंटर यानी जिला अस्पताल में इलाजे ले, आंकड़ों में मेडिकल कॉलेजों में उन केसों को रेफर किए जाने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की है।

आइये एक नजर रैफरल केस के आंकड़ों पर डालते है, जो अंचल के जिलो से ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के जयारोग्य अस्पताल भेजे गए

  • रेफरल डाटा जनवरी 2025 से मई 2025 तक
  • गायनिकोलॉजी में 1574 केस
  • जनरल सर्जरी 131 केस
  • पीडियाट्रिक्स 43 केस(include SNCU और PICU)
  • एमरजैंसी मेडिसिन 145 केस(दतिया,शिवपुरी, श्योपुर,झांसी और प्राइवेट हॉस्पिटल)
  • जनरल मेडिसिन 2103 केस

ये भी पढ़ें: एमपी व्हीलचेयर रग्बी फुटबॉल टीम की दर्द भरी गुहार, सीएम डॉ मोहन से की चार नियोमोशन वाली व्हीलचेयर्स की मांग, दिव्यांग खिलाड़ी बोले- राष्ट्रीय चैंपियनशिप में दिलाएंगे गोल्ड

आयुक्त ने बैठक में रैफरल केस रिव्यू के बाद सख्त मैसेज दिया है कि आगमी रिव्यू मीटिंग में आंकड़ों में सुधार न होने पर संबंधित जिले के अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में ग्वालियर चंबल अंचल में बढ़ती मातृ एवं शिशुमृत्यु दर पर मंथन किया गया। स्वाथ्य आयुक्त ने संभाग के स्वास्थ अधिकारियों को सुरक्षित प्रसव, नवजात के मेटरनिटी और ICU की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने बढ़ती शिशु मृत्यु दर को लेकर खासी चिंता जताते हुए सभी CMHO को इसमें कमी लाने की हिदायत भी दी है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H