तीन दिवसीय दीपोत्सव का सोमवार को आगाज हुआ तो त्रेतायुग जैसी सजी अयोध्या का दर्शन कर सभी निहाल हो उठे. दो किलोमीटर तक हुई भव्य सजावट से अयोध्या की शोभा देखते ही बन रही है. उदया चौराहे से लेकर नयाघाट तक, धमर्पथ से लेकर सरयू पुल तक रामकथा के दृश्य सजीव प्रतीत होते दिख रहे हैं. लेजर शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बहुरंगी छटा बिखरने लगी है. राम की पैड़ी पर दीप बिछाने का काम तकरीबन पूरा किया जा चुका है. 30 अक्तूबर को 25 लाख दीये जलाकर अयोध्या विश्व कीर्तिमान बनाने जा रही है.

बता दें कि अयोध्या के राजा और बालक राम की दीपावली का साक्षी इस बार अयोध्या बनने वाली है. त्रेता युग की तरह से अयोध्या को उसके मूलस्वरूप में सजाया गया है.

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छोटी दीपावली पर 25 लाख दीपों से राम की पैड़ी को आलोकित कर विश्व कीर्तिमान बनाने की पूरी तैयारी है. लेजर शो, प्रोजेक्शन मैपिंग व आतिशबाजी भी दीपोत्सव की भव्यता बढ़ाएगा. ये आयोजन आज से शुरू हो जाएंगे. दीपोत्सव में जनता की भागीदारी उत्साह व उल्लास को कई गुना बढ़ा रही है.