Diwali 2024: रंगों में सर्वोच्च रंग है लाल. यह हमेशा से ऊर्जा, उन्नति और सफलता का प्रतीक है. यह साहस और इच्छाशक्ति को भी दर्शाता है. हर शास्त्र में, ग्रंथ में यहां तक की आधुनिक वास्तु शास्त्र में दिवाली में भी लाल रंग को महत्ता दी गई है. दिवाली की शाम लाल रंग की मोमबत्ती जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है. इससे निकलने वाली लौ, नकारात्मक शक्तियों को घर में प्रवेश करने नहीं देती है. ऐसे घरों में मां लक्ष्मी सदा वास करती हैं. आईए लाल रंग से जुड़ी अन्य मान्यताओं के बारे में विस्तार से जानते हैं.
लाल मोमबत्ती के पीछे की धार्मिक मान्यता भी है
लाल रंग की मोमबत्ती को माता महालक्ष्मी के प्रति भक्ति का प्रतीक माना जाता है. मां लक्ष्मी दिवाली की रात धरती पर आती हैं. वे उन्हीं घर में प्रवेश करती हैं, वास करती हैं जिन घरों में साफ-सफाई, रोशनी और पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है. मां के स्वागत में लाल मोमबत्ती जलाई जाता हैं.
Diwali 2024: मोमबत्ती कहां जलाएं
मोमबत्ती घर के उत्तर-पूर्व दिशा में जलाएं. इसे घर के प्रवेश द्वार, मुख्य द्वार या पूजा स्थल में रखें. इस दौरान मां लक्ष्मी का ध्यान करें.प्रार्थना करें कि हे मां लक्ष्मी धन-धान्य के भंडार सदा भरे रखें.
दिवाली के दिन मोमबत्ती जलाने परंपरा केवल धार्मिक नहीं है, इसके पीछे वैज्ञानिक महत्व भी है और एक संदेश भी है. निश्चित तौर पर ऐसा करने से मां प्रसन्न होती हैं. साथ ही घर में सुख, शांति, समृद्धि बनी रहती है.
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