Diwali 2024: दिवाली के मौके पर हर घर-घर पकवान बनाए जाते हैं. घर तो घर मोहल्ले पकवानों की खुशबू से महक जाते हैं. इस मौके कुछ क्षेत्रों में विशेषकर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, ओडिशा और भी कई राज्यों में लोग दिवाली पर जिमीकंद या सूरन की सब्जी खाना पसंद करते हैं. यह एक प्रकार से रिवाज भी है. दिवाली के कई दिनों पहले जिमीकंद को उबालकर, काटकर, सुखाकर रख लिया जाता है.

क्या आप जानते हैं कि दिवाली पर जिमीकंद की सब्जी बनाने की वजह क्या है? इसके फायदे क्या हैं? अगर, नहीं जानते तो यह आर्टिकल आपके सारे सवालों के जवाब देगा.

Diwali 2024: जिमीकंद खाने से घर में सुख-समृद्धि आती है

ऐसी मान्यता है कि दिवाली पर जिमीकंद की सब्जी खाने से घर में सुख-समृद्धि आती है. दरअसल, जिमीकंद का फल जड़ से काटे जाने के बावजूद दोबारा से उग जाता है. इसलिए इसे सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है.

जिमीकंद के गुण

जिमीकंद पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों पाए जाते हैं. दिवाली पर तमाम प्रकार के व्यजनों-पकावानों के बीच यह अपनी अलग ही पहचान रखता है और लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं. इसका स्वाद अरबी या घुईयां जैसे होता है. दिवाली के आस-पास इसकी मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है. अब इसकी खेती भी होने लगी है. हालांकि इसे खाने से घर में जलन या खुजली होती है, इसलिए इसे बहुत सावधानी से पकाया जाता है ताकि इस प्रकार की समस्याएं न हों.

Diwali 2024: जिमीकंद के फायदे

जिमीकंद कहा जाता है कि जिमीकंद खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है, साथ ही खून की कमी भी दूर होती है.