अतीश दीपंकर/भागलपुर। बिहार राज्य फसल सहायता योजना के तहत भागलपुर के जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने जगदीशपुर प्रखंड में अगहनी धान (कतरनी किस्म) की फसल कटनी प्रयोग प्रक्रिया का स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने पूरे कटनी कार्य, तौल प्रक्रिया और आंकलन पद्धति की बारीकी से समीक्षा की।

10×5 मीटर प्लॉट में हुआ कटनी प्रयोग

अधिकारियों द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार 10×5 मीटर क्षेत्रफल में क्रॉप कटिंग प्रयोग सम्पन्न किया गया। कटनी के बाद दाने का कुल वजन 10.820 किलोग्राम दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार इस वजन के आधार पर प्रति हेक्टेयर उपज 21 क्विंटल 440 किलोग्राम आंकी गई है।

अधिकारियों और किसानों की उपस्थिति

निरीक्षण के दौरान जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी के साथ-साथ कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार और स्थानीय किसान मौजूद थे। सभी ने मिलकर कटनी प्रक्रिया और इसके बाद होने वाले उपज मूल्यांकन की तकनीकी जानकारियां साझा की।

मुआवजा निर्धारण में उपयोगी होता है कटनी डेटा

अधिकारियों ने बताया कि फसल कटनी प्रयोग से प्राप्त आंकड़े आपदा की स्थिति में किसानों को मिलने वाले मुआवजे के निर्धारण का आधार होते हैं। बाढ़, सूखा या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल क्षति होने पर इसी उपज अनुमान के आधार पर भुगतान सुनिश्चित किया जाता है। इसलिए कटनी प्रयोग की पारदर्शिता और सटीकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।