सहरसा/ विकास कुमार की रिपोर्ट…

saharsa bihar crop cutting program सहरसा में जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने क्रॉप कटिंग कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने सतर कटैया और बनमा ईटहरी प्रखंडों के कुछ पंचायतों में गेहूं की फसल की कटाई का जायजा लिया। क्रॉप कटिंग के मुख्य उद्देश्य फसलों की वास्तविक उपज का आकलन करना। फसल बीमा और मुआवजा निर्धारित करने में मदद करना। कृषि उत्पादन की जानकारी प्रदान करना है।

औसत पैदावार का पता चलता है

क्रॉप कटिंग के परिणाम गेहूं की उपज प्रति हेक्टेयर लगभग 26-27 क्विंटल अनुमानित की गई। इससे फसल की औसत पैदावार का पता चलता है, जिससे कृषि उत्पादन का अनुमान लगाना आसान हो जाता है
कृषि विभाग की योजनाएं जैविक कृषि और नवीनतम कृषि तकनीकों के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। कृषकों को विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया । इस कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी जयप्रकाश सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।