यशवंत साहू, भिलाई। भिलाई के मरोदा सेक्टर के रहने वाले शिवांग चंद्राकर की हत्या हुई थी. करीबन महीने भर की पड़ताल के बाद चंदखुरी गांव में मिला नरकंकाल शिवांग का ही था. बुधवार को मिली डीएनए रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ.

एडिशनल एसपी संजय ध्रुव ने बताया कि पिछले दिनों चंदखुरी गांव के खेत में एक नरकंकाल मिला था, वो शिवांग चंद्राकर का है, डीएनए रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. जब नरकंकाल मिला था, तब पुलिस कान्फिडेंस में नहीं थी. डीएनए सैंपल के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है. इससे साबित हो गया है कि इंजीनियर शिवांग चंद्राकर की हत्या हुई थी.

परिजनों की शिकायत पर गुमशुदगी की कायमी दर्ज कर 6 दिसंबर से लापता शिवांग की खोजबीन के लिए पुलिस ने 6 अलग-अलग टीमें बनाई थी, जो शिवांग को जिंदा ढूंढने में सफल नहीं हो पाई. अब शिवांग की हत्या की पुष्टि हो गई है.

हैरानी की बात है कि अब तक इस मामले में पुलिस को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि आखिर किसने शिवांग को मौत के घाट उतारा? क्या दुश्मनी थी? आखिर ऐसी क्या रंजिश थी कि शिवांग की हत्या हो गई? पुलिस इन तमाम बिंदुओं पर जांच कर रही है, जिसके लिए आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला जा रहा है.  पुलिस का दावा है कि कुछ न कुछ इनपुट मामले से संबंधित मिल जाएंगे, जिससे खुलासा हो जाएगा कि शिवांग की हत्या किसने की है?