हिंदू धर्म में भगवान सत्यनारायण का विशेष महत्व है. भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों में से एक भगवान सत्यनारायण माना जाता है. इस रूप में भगवान को सत्य का अवतार माना गया है. सत्यनारायण पूजा सदियों से ऐसे ही चली आ रही है. परिवार में सुख-समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए सत्यनारायण कथा की जाती है. पंचांग के अनुसार, सत्यनारायण की कथा किसी भी मास की शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा तिथि को जाती है. वैसे गुरुवार के दिन भी भगवान सत्यनारायण की कथा करना फलदायी माना जाता है.

सत्यनारायण की कथा आमतौर पर सुबह और शाम दोनों समय की जाती है. लेकिन शाम के समय कथा करना काफी शुभ माना जाता है. क्योंकि कई बार पंचांग के अनुसार तिथि सुबह ही समाप्त हो जाती है. ऐसे में नए मास की शुरुआत में सत्यनारायण की कथा कराने के बजाय शाम के समय करना अच्छा होता है.

जून में सत्यनारायण पूजा-व्रत के लिए तिथि

3 जून 2023 शनिवार- ज्येष्ठ पूर्णिमा
प्रारंभ – 3 जून को को रात 11 बजकर 16 मिनट से शुरू
समाप्त – 4 जून को रात 09 बजकर 11 मिनट तक
सत्यनारायण भगवान की कथा के नियम
यदि आप घर मन सत्यनारायण जी की कथा करती हैं तो यह आपके लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है. सत्यनारायण कथा का पाठ और वाचन मन में शांति जगाता है और श्रद्धा का भाव जगाता है. लेकिन इस कथा के लिए आप कुछ नियमों का पालन जरूर करें जिससे विष्णु जी की पूर्ण कृपा दृष्टि प्राप्त हो सके.

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