रायपुर. करवाचौथ हर साल कार्तिक मास की कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस व्रत का सभी औरतो को बहुत बेसब्री से इंतजार होता हैं और सबसे ज्यादा उन महिलाओ को जिनके लिए ये पहली बार होता हैं. क्योंकि इस दिन उन्हें अपनी जिंदगी का सबसे खास और प्यारा अनुभव होने वाला होता हैं. सभी उन्हें छेड़ते हैं, भूख तो नहीं लगेगी, प्यास तो नहीं लगेगी व्रत कर लोगे ना?

करवाचौथ से पहले महिलाओ का सजना सवरना शुरू हो जाता हैं. इस दिन महिलाएं अपने हाथो में मेहँदी लगाती हैं, सजती हैं. करवा चौथ से पहले तामसिक भोजन करने से बचें. करवा चौथ व्रत के दिन सात्विक भोजन ही करें. पति से प्यार से बाते करें कोई विवाद मत करें. करवा चौथ व्रत के दिन दंपति को प्रेम भाव से बातचीत करनी चाहिए.

पूजा सामग्री एकत्र कर लें जिसमे कुमकुम, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मेहंदी, मिठाई, गंगाजल, चंदन, चावल, सुहाग का सामान (सिन्दूर, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ आदि), मिट्टी, चांदी, सोने या पीतल आदि का टोंटीदार करवा, दीपक, रूई, कपूर, गेहूँ, हल्दी, शहद, पानी का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, छलनी, 8 पूरियों की अठावरी, हलुआ, दक्षिणा के लिए रूपये.

पूजा के दिन के लिए भगवान शिव-पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, गणेश के लिए बालू अथवा सफेद मिट्टी की वेदी बना लें.

नैवेद्य तैयार कर लें

शुद्ध घी में आटे को सेंककर उसमें शक्कर अथवा खांड मिलाकर मोदक (लड्डू) नैवेद्य हेतु बनाएँ.

करवा

काली मिट्टी में शक्कर की चाशनी मिलाकर उस मिट्टी से तैयार किए गए मिट्टी के करवे अथवा तांबे के बने हुए करवे पहले से रख लें.

थाली पहले से तैयार कर लें उसके लिए निम्न तैयारी करे

एक थाली लेकर इसे अपनी राशि के शुभ रंग से बना लें. इस पर लाल रंग का स्वास्तिक का शुभ चिन्ह भी बना सकती हैं.

रंग-बिरंगे मोतियों और स्टोनस वाले गोटे को थाली के किनारों पर लगा कर सजा लें.

2 छोटी कटोरी लेकर एक में कुमकुम और दूसरी में चावल रख दें. एक दीया जो थाली के रंग से मेल खाता हो, इसे भी आप अपनी पसंद से सजा सकती हैं. इसे थाली में रख लें.

एक मिट्टी का मटका जो पूजा के लिए इस्तेमाल होता है, को थाली के रंग से मैच करें. आप इसे स्टोन या गोटे से सजा सकती हैं.

छलनी जिसे पूजा में इस्तेमाल किया जाता है को थाली, छलनी और मटके की तरह सजाएं. इसे थाली के ऊपर रखें ताकि पूजा करते समय आसानी हो.

अब थाली को ढक्कने के लिए इसके ऊपर से लाल, गोल्डन और प्रिंटिड रंगों के कपड़े का इस्तेमाल कर सकती हैं.

करवाचौथ की आज के दिन पूरी तैयारी कर लें और रात्रि भोजन के बाद संकल्प ले कर व्रत की धारणा कर लें, जिससे व्रत का सम्पूर्ण फल प्राप्त होगा और दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी.