अगर आपको जीवन में बार-बार असफलता, मानसिक तनाव, आर्थिक तंगी या शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है तो यह शनि दोष या शनि की साढ़ेसाती/ढैय्या का संकेत हो सकता है. शनिदेव जब रुष्ट होते हैं, तो व्यक्ति का जीवन संघर्षों से भर जाता है. लेकिन ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, शनिवार की शाम एक विशेष उपाय करके आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं और उनके प्रकोप से राहत पा सकते हैं.

शनिवार की शाम पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके साथ ही “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें. दीपक जलाने से पूर्व शनिदेव से क्षमा याचना करें और उनसे कृपा की प्रार्थना करें. इसके बाद गरीब या जरूरतमंद को काले तिल, काली उड़द, काले कपड़े और सरसों का तेल दान करें.

मान्यता है कि यह उपाय शनिदेव को प्रसन्न करता है और शनि दोष से राहत मिलती है. इसके अलावा, शनि से संबंधित व्रत या उपवास भी सकारात्मक परिणाम देते हैं.