सनातन धर्म में पूजनीय तुलसी के पौधे के पास संध्याकाल में दीप प्रज्वलित करना सदियों से चली आ रही एक महत्वपूर्ण परंपरा है. अब, इस धार्मिक क्रिया के साथ एक विशेष मंत्रोच्चार को जोड़कर, घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को कई गुना बढ़ाया जा सकता है.

धार्मिक जानकारों और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोज़ाना शाम को तुलसी के समक्ष दीपक जलाते समय श्री लक्ष्मी नारायण नाम का स्मरण करना अत्यंत फलदायी माना गया है. तुलसी को स्वयं देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और भगवान विष्णु (नारायण) को सृष्टि का पालनहार. इन दोनों दिव्य शक्तियों का संयुक्त नाम, ‘श्री लक्ष्मी नारायण’, धन, वैभव, और स्थायित्व का प्रतीक है. जब तुलसी के पास, जो देवी लक्ष्मी का वास है, घी या तेल का दीपक जलाया जाता है, तो यह माता लक्ष्मी को घर में स्थायी रूप से निवास करने का आमंत्रण देता है.

कैसे करें यह उपाय?

शाम के समय, जब दिन और रात का मिलन होता है (संध्याकाल), घर के आंगन या पूजा स्थल पर स्थापित तुलसी के पौधे के पास शुद्ध घी या तेल का दीपक प्रज्वलित करें. दीपक जलाते समय पूरी श्रद्धा और एकाग्रता के साथ कम से कम 11, 21 या 108 बार श्री लक्ष्मी नारायण नाम का जाप या मानसिक स्मरण करें. माना जाता है कि यह सरल उपाय न केवल घर से नकारात्मकता को दूर करता है, बल्कि पारिवारिक कलह को शांत कर सुख-शांति लाता है.