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सर्दी के मौसम में चुकंदर खाना लगभग हर किसी को पसंद होता है. चुकंदर में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिससे बाजार में इसकी मांग अच्छी बनी रहती है. चुकंदर की खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
इस संबंध में हजारीबाग आईसीआर के गोरिया करमा के कृषि वैज्ञानिक डाॅ. आरके सिंह के मुताबिक, चुकंदर की खेती करके किसान महज 3 से 4 महीने में ही लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं. साथ ही इसकी खेती में लागत भी कम आती है. उन्होंने आगे कहा है कि, चुकंदर की खेती के लिए किसानों को सबसे पहले अपने खेत में इसकी तैयारी करनी चाहिए. चुकंदर की खेती के लिए दोमट और रेतीली मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। अच्छी तरह जुताई करके खेत तैयार करने के बाद प्रति एकड़ चार टन गोबर की खाद छिड़कना चाहिए।
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डॉ. आरके सिंह आगे बताते हैं कि खेत में खाद अच्छी तरह लग जाने के बाद खेत को समतल कर 15 फीट की दूरी पर मेड़ तैयार कर लेनी चाहिए. बाद में चुकंदर के बीज बोने चाहिए. प्रति एकड़ 500 ग्राम बीज अच्छा रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि किसानों को बुआई के बाद हर 7 से 15 दिन में पानी देना चाहिए. साथ ही समय-समय पर निंदा भी करनी चाहिए। एक एकड़ में किसान 100 से 200 क्विंटल तक उत्पादन कर सकता है. 90 से 120 दिन के बीच चुकंदर की फसल तैयार हो जाती है.
खेती करते समय ये सावधानी बरतें
- चुकंदर खेती के लिए खेत में हमेशा नमी होनी चाहिए.
- चुकंदर खेती ठंडे महीनों में या नमी वाले क्षेत्रों में अधिक की जाती है।
- ठंडे या नमी वाले क्षेत्रों में उगाई जाने वाली चुकंदर की फसल में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है।
- इसकी खेती के लिए ज्यादा बारिश की जरूरत नहीं होती.
- चुकंदर खेती पर बारिश का असर नहीं पड़ता है. इसकी खेती के लिए सितंबर से नवंबर का महीना अच्छा माना जाता है.
- चुकंदर की फसल के लिए 20 डिग्री तापमान पर्याप्त होता है.
- इसकी खेती के लिए प्रति हेक्टेयर 14-15 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है.
- फसल की बुआई के लिए एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी लगभग 15-20 सेमी होनी चाहिए.
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