Apple Watch: केंद्र सरकार ने 8.7 से पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम संस्करण वाले एप्पल वॉच के उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा चेतावनी जारी की है. इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की नोडल एजेंसी भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) के मुताबिक, एप्पल वॉच में मिली खामियों का साइबर हैकर फायदा उठा सकते हैं. इसलिए उपयोगकर्ता नवीनतम संस्करण का इस्तेमाल करें.
एप्पल ने भी इस बग की पुष्टि की है और इसे दूर करने के लिए अपडेट जारी किया है. एजेंसी ने बीती 22 जुलाई को जारी निर्देशों में कहा कि एप्पल की स्मार्टवॉच के अंतर्निहित ऑपरेटिंग सिस्टम वॉचओएस में एक सुरक्षा दोष है, जो हैकर्स को डिवाइस पर सुरक्षा प्रतिबंधों को दूर करने और डाटा चोरी करने की अनुमति दे सकता है. वॉचओएस के अंतिम संस्करण 8.6 में कई खामियां थीं, जिनका फायदा उठाकर रिमोट हैकर्स सुरक्षा प्रतिबंधों को बायपास कर सकते हैं. साइबर सुरक्षा के लिए नोडल एजेंसी ने इसे उच्च गंभीरता की रेटिंग दी है.
इस तरह बचें
एप्पल वॉच में मिली खामी का फायदा उठाने के लिए कोई भी हैकर सुरक्षा व्यवस्था को भेद सकता है. सरकार ने इससे बचने का सुझाव भी जारी किया है. किसी भी खतरे से बचने के लिए एप्पल वॉच पर वॉचओएस 8.7 के नवीनतम सुरक्षा पैच को लागू करने की सलाह दी गई है.
ऐसे आया खतरा
सीईआरटी-इन ने एप्पल वॉच में खतरे की वजह भी बताई है. उसके मुताबिक, एप्पल एवीडी कंपोनेंट में बफर ओवरफ्लो, एप्पल मोबिलिटी फाइल इंटिग्रिटी कंपोनेंट में ऑथराइजेशन समस्या, ऑडियो, आईसीयू और वेबकिट में आउट-ऑफ-बाउंड राइट की वजह से गंभीर खतरा पैदा हुआ है. इनके अलावा कई अन्य कारणों को भी जिम्मेदार माना गया है.
एप्पल ने मानी खामी
सीईआरटी-इन के अनुसार, एप्पल ने भी अपने सपोर्ट पेज पर इस खामी को स्वीकार किया है. इसमें बताया गया है कि इसकी वजह से एक दूर बैठा यूजर कोड निष्पादन कर सकता है. इससे डाटा चोरी का खतरा हो सकता है.