आजकल पूजा पाठ में अधिकतर लोग अगरबत्ती का ही प्रयोग करते हैं. लेकिन पूराने समय में कपूर का ही प्रयोग पूजा के दौरान किया जाता है. कपूर को अगरबत्ती से बेहतर माना जाता था. इसलिए अगरबत्ती और ककपूर र्पूर में से एक चीज जलाना चाहते हैं तो आप कपूर को ही जलाएं. भगवान के समक्ष अगरबत्ती या कपूर जलाने से घर में घर में सुख और समृद्धि आती है. अगरबत्ती व कपूर से निकलने वाला धुआं घर में मौजूद बुरे प्रभाव यानी नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है. इस धुएं से वातावरण भी शुद्ध और पवित्र हो जाता है, इसलिए घर-मंदिर में सुबह-शाम अगरबत्ती, कपूर जलाई जाती है. लेकिन इस विधि को करने का भी एक नियम होता है. जो लोगों को कम ही पता है.

कितनी अगरबत्ती लगाना चाहिए

पूजा के दौरान अगरबत्ती को जरूर जलाया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि जो लोग बिना भगवान के सामने अगरबत्ती जलाकर उनका पूजन करते हैं, उनकी पूजा असफल ही रहे जाती है. हालांकि कई लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती है कि भगवान के सामने कितनी अगरबत्ती को जलाना चाहिए. अगर पूजा करते समय आपके मन में भी यहीं सवाल आता है तो आज आपको हम इसका सही उत्तर देने जा रहे है. ताकि आपकी पूजा असफल ना रहे और पूजा करने का आपको पूजा फल मिल सके. Read More – Cheese के बहुत ज्यादा सेवन से बचें, नहीं तो हो जाएंगे इस बीमारियों का शिकार …

पूजा के समय कितनी अगरबत्ती जलानी चाहिए

भगवान के सामने कितनी अगरबत्ती जलानी चाहिए? ये सवाल कई लोगों के मनों में आता है. पूजा करते समय आप तीन या पांच अगरबत्ती जरूर जलाएं. कभी भी एक अगरबत्ती ना जलाएं. तीन अंक त्रिदेव से जुड़ा होता है. इसलिए तीन अगरबत्ती जलाना शुभ होता है. वहीं अगर आप किसी विशेष भगवान की पूजा भी साथ में करते हैं तो एक अगरबत्ती उनके लिए भी जला दें.

अगरबत्ती जलाने के नियम

अगरबत्ती जलाने के नियम का वर्णन भी शास्त्रों में किया गया है. अगरबत्ती जलाने के नियम के तहत केवल वहीं अगरबत्ती जलानी चाहिए जो एकदम सही हो और कहीं से टूटी हुई ना हो. केवल वहीं अगरबत्ती जलाएं जो सुगंधित हों. अगरबत्ती जलाते समय उसपर फूंक ना मारें. अगरबत्ती जलाने के नियम के तहत इसे जलाने के बाद इसे चारों दिशा की और धूमाएं. Read More – कैमरे के सामने फूट पड़ी राखी सावंत, कहा- मेरी कब्र में भी आओगे क्या …

कपूर जलाने के नियम

कपूर सफेद रंग का होता है और आरती करते समय इसे ही जलाना उत्तम होता है. कपूर जलाने से भी कुछ नियम जुड़े होते हैं जो कि इस प्रकार हैं. कभी भी एक कपूर ना जलाएं. एक साथ हमेशा दो कपूर जलाएं. कपूर जलाने के बाद उसका धुआं पूरे घर में दे. भगवान की आरती करते समय अगरबत्ती की जगह कपूर को ही जलाएं.