सत्यपाल राजपूत, रायपुर. जागरूकता और जानकारी के अभाव में बीमारियां बढ़ रही हैं. हमारी महती जवाबदारी है कि देश और प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को समय पर स्वास्थ्य के अधिकार, सहयोग, सहायता और उपचार की व्यवस्था बना सकें. इसके लिए अंतिम छोर के हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचाने का लक्ष्य रखें. लोगों को स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए जागरूक करें. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव रविवार को रायपुर के पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में मुख्य आतिथ्य की आसंदी से हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर (उप स्वास्थ्य केन्द्र) में नवनियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर विपरीत और कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे डॉक्टर और कर्मचारियों का प्रेरणास्पद वीडियो देखकर भावुक होते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुधार के लिए मैदानी स्तर पर लोगों की सेवा भावना को मैं भी महसूस कर रहा हूं.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नये अधिकारियों के स्वागत और भविष्य में बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से वेलिडिक्शन सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. स्वास्थ्य अधिकारियों के वेलिडिक्शन और प्रोत्साहन के लिए देश में पहला इस तरह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर नवनियुक्त अधिकारियों को सम्मानित करने के साथ ही हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर की हिन्दी निर्देशिका का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम में विधायक रायपुर पश्चिम श्री विकास उपाध्याय भी उपस्थित थे.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 70 प्रतिशत प्राथमिक स्तर के मरीज 20 प्रतिशत द्वितीय और 10 प्रतिशत तृतीयक स्तर के मरीज प्राथमिक और उप स्वास्थ्य केन्द्रों में आते हैं. हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की परिकल्पना इसी 70 प्रतिशत आबादी को लेकर की गई है. यहां प्राथमिक स्तर पर ही बीमारियों की पहचान और उपचार हो पाएगा. उन्होंने सीएचओ से कहा कि लोगों को स्वस्थ्य जीवनशैली के लिए योग सहित अन्य कार्यविधि को अपनाने के लिए प्रेरित करें.
लोगों से सतत संपर्क बनाएं और स्वस्थगत परेशानी वाले लोगों को चिन्हांकित करें. इसके लिए आपकी सक्रिय भूमिका से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता. समर्पित भाव से शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन करें. आपके सामने चुनौती है कि लोगों को स्वास्थ्य सुधार में फर्क दिखाई पड़ना चाहिए. मैदानी क्षेत्रों में टीम के रूप में काम आपकी सफलता का आधार बनेगा. उन्होंने कहा कि दो से तीन सालों के अंदर सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की नियुक्ति की कोशिश जाएगी.
सचिव स्वास्थ्य निहारिका बारिक सिंह ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी विभाग के एक महत्वपूर्ण और बड़ी कड़ी हैं जिन्हें लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सतत् काम करना होगा. अपने क्षेत्र के लोगों का भरोसा जीतें, अपने अच्छे बर्ताव से उनमें विश्वास जगाएं,सहयोग से काम करें. उन्होंने बताया कि हेल्थ और वेलनेस सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा बढ़ाया गया है। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में 12 प्रकार की सेवाएं दी जाएंगी. अब यहां मातृत्व व शिशु स्वास्थ्य के अतिरिक्त गैर संचारी रोग के इलाज, योग जैसे स्वास्थ्यवर्धक कार्यक्रमों को भी शामिल किया गया है. उन्होंने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने पर बल दिया.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ल ने कहा कि अधिकारियों के प्रशिक्षण हेतु राज्य में वर्तमान में 10 प्रोग्राम स्टडी सेंटर संचालित है यहां अब तक 2 बैच को प्रशिक्षित किया जा चुका है जिसमे प्रथम बैच में 73 व द्वितीय बैच में 247 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है. द्वितीय बैच के प्रशिक्षित 247 अधिकारियों के स्वागत हेतु यह आयोजन किया गया.
डॉ. प्रियंका शुक्ल ने बताया कि 6 मेडिकल कॉलेजों में स्टडी सेंटर शुरू करने की कोशिश की जा रही है. इससे प्रतिवर्ष लगभग 1800 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी तैयार कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि अगले वर्ष से कायाकल्प पुरस्कार के तहत राज्य स्तर और खण्ड स्तर पर 3-3 श्रेष्ठ सामुदायिक अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
वर्ष 2018 से 2022 तक 6 हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए अगले वर्ष भी नियुक्ति की जाएगी. इस अवसर पर संचालक स्वास्थ्य नीरज बंसोड़, डॉयरेक्टर मेडिकल एजुकेशन एस.एल.आदिले सहित बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे.