जोधपुर। “डॉक्टर्स इस धरती के भगवान हैं” – जोधपुर एम्स में यह कहावत सच साबित हुई. बाड़मेर के सरणु गांव में पूर्व एनएसजी कमांडो और उसके साथियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हरलाल के दोनों हाथ काट दिए गए थे. लेकिन एम्स के डॉक्टरों ने 12 घंटे की जटिल सर्जरी कर हरलाल के हाथ फिर से जोड़ दिए. इस अद्भुत कामयाबी को देख परिजन और अस्पतालकर्मी भावुक हो उठे कहा यह चमत्कार है.

बता दें, पूर्व एनएसजी कमांडो चंपालाल और उसके साथियों ने शराब कारोबारी की हत्या के बाद हरलाल पर हमला किया. दाएं हाथ को पूरी तरह काट दिया गया, जबकि बाएं हाथ की कई हड्डियां टूट गई थीं. हरलाल को अगले दिन बाड़मेर से एम्स जोधपुर रेफर किया गया.

सर्जरी और रिकवरी

एम्स के डॉक्टरों ने माइक्रोसर्जरी तकनीक का उपयोग करते हुए लगभग 12 घंटे तक ऑपरेशन किया. दस दिन बाद हरलाल की उंगलियों में हलचल शुरू हो गई. डॉक्टरों के अनुसार अगले 3–4 सप्ताह में हाथ पूरी तरह काम करने लगेंगे, जिससे दिवाली तक वह अपने हाथों से घर को रोशन कर सकेगा.

एम्स की विशेषज्ञ टीम

डॉ. प्रकाश काला के नेतृत्व में प्लास्टिक सर्जरी, ट्रॉमा सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स और निश्चेतना विभागों की टीम ने ऑपरेशन किया. टीम में डॉ. महावीर सिंह रोढ़ा, डॉ. दीप्ति कटरौलिया, डॉ. हर्षवर्धन, डॉ. संजना, डॉ. प्रवीण, डॉ. उत्कर्ष, डॉ. शीनम, डॉ. कार्तिकेयन, डॉ. राजेश, डॉ. आमिर, डॉ. रीतिश, डॉ. मनबीर, डॉ. नम्रता और डॉ. सोनल शामिल थे. नर्सिंग स्टाफ तारा चंद और राधा ने भी अहम योगदान दिया.

जटिल सर्जरी की प्रक्रिया

सर्जरी में माइक्रोस्कोप की मदद से खून की महीन नसों को जोड़ा गया, हड्डियों को स्थिर किया गया और टेंडन को पुनर्स्थापित किया गया. सर्जरी के दसवें दिन हरलाल की स्थिति स्थिर हो गई और फिजियोथैरेपी शुरू कर दी गई.

डॉक्टरों का बयान

एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. जीडी पुरी ने बताया कि प्रशिक्षित विशेषज्ञों और अत्याधुनिक तकनीक के साथ समय पर सही इलाज किसी की जिंदगी बदल सकता है.

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