
पटना: केंद्र सरकार हो या बिहार सरकार बिहार में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने को लेकर कई तरह की बातें तो करती है, लेकिन बिहार में इंटर्नशिप करने आए देश-विदेश से डॉक्टर को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल पटना जिले के बिहटा के सिकंदरपुर स्थिति ईएसआईसी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहे 108 डॉक्टरों को आठ महीनों से उनका स्टाइपेंड नहीं मिला है, यहां तक उन्हें कोई सुविधा भी नहीं मिल सका है, जिससे डॉक्टर्स परेशान हैं। इसके पहले डॉक्टरों ने कॉलेज का निरीक्षण करने आये केंद्रीय स्वास्थ मंत्री के सामने भी अपनी मांगे को रखा था। लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ, जिससे नाराज डॉक्टर्स अब न्यायालय की शरण में जाने की बात कर रहें हैं।
अभी तक अलॉट नहीं हुआ हॉस्टल
बता दें कि पटना के बिहटा स्थित ईएसआईसी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज उत्तर पूर्व भारत का कर्मचारी राज्य बीमित लोगों का सबसे बड़ा अस्पताल है। पिछले दो वर्षो से यहां मेडिकल कॉलेज भी चल रहा है, जिसमें फिलहाल सौ सीटों पर नीट क्वालीफाई स्टूडेंट्स का नामांकन होता है। ये सभी मेडिकल इंटर्नस विदेश से एमबीबीएस की डिग्री लेकर यहां आएं हैं। यही नहीं इन डॉक्टरों को अभी तक हॉस्टल भी अलॉट नहीं हुआ है।
इंटर्नशिप करने आई डॉ. मोनिका ने कही ये बात
इधर इंटर्नशिप करने पहुंची डॉ. मोनिका सिंह ने बताया कि, पिछले 8 महीने से बिहटा के ईएसआईसी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप करने पहुंची हूं, लेकिन विभाग की तरफ से अभी तक न सैलरी मिल रही है और ना ही कोई सुविधा मिल रहा है। इस संबंध में हम सभी डॉक्टरों ने इसकी शिकायत कॉलेज के डिन से लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक भी किया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला। जब डीन से बात करने जाते हैं, तो वो बोलते है कि दिल्ली सभी कुछ भेज दिया गया है। अभी तक अप्रूव्ड नहीं हुआ है, जिसके कारण देर हो रहा है। देश के और भी ईएसआईसी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज है, जहां पर इंटर्नशिप कर रहे हैं। डॉक्टर को हर सुविधा मिल रही है, लेकिन बिहटा के इस अस्पताल में यह सुविधाएं नहीं दिया जा रही हैं, जिसके कारण हम लोग परेशान हैं।
मेडिकल कॉलेज के डीन ने कही ये बात
वही इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ विनय कुमार विश्वास का कहना है कि, मंत्रालय तक इनकी मांगो को पंहुचा दिया गया है। ईएसआईसी अस्पताल और नेशनल मेडिकल काउंसिल के नियम का यहां पुरी तरह से पालन किया जा रहा है। दिल्ली से एप्रूव्ड होने के बाद ही आगे कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस नेता ने बिहार और केंद्र पर बोला हमला
वही इस पूरे मामले पर बिहार कांग्रेस प्रवक्ता डॉ ज्ञान रंजन ने कहा कि, ईएसआईसी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज बिहटा देश का एक बड़ा सरकारी संस्थान है और इस संस्थान में देश-विदेश से आए इंटर्नशिप करने डॉक्टर को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र सरकार हो या बिहार सरकार की मनसा है कि बिहार में अच्छे डॉक्टर ना पहुंचे, जिसका नतीजा यह है कि 8 महीने से उनकी सैलरी नहीं दी जा रही और कोई सुविधा भी नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, देश के विपक्ष के नेता और हमारे नेता राहुल गांधी से इस मुद्दे पर बात की जाएगी और इस मुद्दे को देश के सदन तक उठाया जाएगा। केंद्र सरकार या बिहार सरकार की मनसा को देश के लोगो के सामने रखा जाएगा। यहां तक बिहार के एनडीए सरकार है लेकिन उनकी सोच है कि बिहार से लोग पलायन करते रहें और बेहतर सुविधा बिहार को ना मिले।
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