रायपुर। कहते हैं कि अगर मन में विश्वास हो, और काम की पूरी लगन हो तो कोई भी लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं है. ऐसा ही कुछ मेडिशाइन अस्पताल के एक्सपर्ट डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने कर दिखाया है, जिनकी मदद से 92 वर्षीय वृद्धा ने कोरोना से जंग जीत ली है.

गुढ़ियारी रायपुर की अनुसुईया नशीने को उनके परिजनों ने क्रिटिकल अवस्था में मेडिशाइन अस्पताल में दाखिल किया था. उनका आक्सीजन लेबल बेहद कम था. परिजनों ने उनके बचने की उम्मीद पूरी तरह से छोड़ दी थीं, लेकिन चिकित्सकों की देख-रेख और वृद्धा के अदम्य साहस ने कोरोना को मात देने में कामयाबी हासिल की.

अनुसुईया नशीने के स्वस्थ होकर घर लौटने से खुशी से लबरेज उनके परिजनों ने कहा कि बुजुर्गों की छांव रहे तो घर घर जैसा लगता है. बुजुर्गों का साथ होना अच्छा लगता है. उन्होंने कहा कि उम्मीद की जानी चाहिए कि आगे और ज्यादा ठीक होगा. सब जगह ठीक होगा. खुशियों से भरी खबर लगातार सुनने को मिलेगी. जीवन अपनी पटरी लौटेगा.