Dollar vs Rupee Price: डॉलर के मुकाबले रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है. बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की बढ़त के साथ बंद हुआ. घरेलू शेयर बाजार भी सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है.

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने रुपये की कीमतों में गिरावट का कारण ब्रिक्स के प्रस्ताव और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण के कारण निवेशकों की सावधानी को बताया. अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने के बाद डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ है और रुपये पर दबाव है.

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने रुपये की कीमतों में गिरावट का कारण ब्रिक्स के प्रस्ताव और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण के कारण निवेशकों की सावधानी को बताया. अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने के बाद डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ है और रुपये पर दबाव है.

बाजार में कारोबार कैसा है?

इंटर फॉरेन एक्सचेंज के मुताबिक, डॉलर के मुकाबले रुपया 83.02 पर खुला, जिसके बाद यह 82.92 के स्तर पर पहुंच गया. अमेरिकी करेंसी के मुकाबले 7 पैसे की बढ़त दर्ज की गई. मंगलवार के सत्र में रुपया 14 पैसे की बढ़त के साथ 82.99 पर बंद हुआ था.

डॉलर सूचकांक, जो दुनिया की शीर्ष छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा की स्थिति दर्शाता है, 0.08 प्रतिशत गिरकर 103.48 पर आ गया. ब्रांड क्रूड 84.17 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है.

भारतीय बाज़ारों का हाल

इक्विटी बाजार में, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 8.36 अंक या 0.01 प्रतिशत बढ़कर 65,228.39 पर कारोबार कर रहा था. शुरुआती कारोबार में एनएसई निफ्टी 8.20 अंक या 0.04 प्रतिशत बढ़कर 19,404.65 पर था. भारतीय बाजार पिछले एक हफ्ते से सीमित दायरे में कारोबार कर रहे हैं.

इसके पीछे वजह अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी है, जिससे भारतीय बाजारों पर दबाव देखने को मिल रहा है. मंगलवार को बाजार में एफआईआई की ओर से भी बिकवाली हुई और 495.17 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गये.

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