भारत के प्रमुख निवेशकों की सूची में शामिल डॉली खन्ना (Dolly Khanna) की निवेश रणनीति एक बार फिर चर्चा में है. वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के दौरान, उन्होंने स्मॉलकैप स्टॉक कॉफी डे एंटरप्राइजेज में नई एंट्री की, वहीं प्रकाश इंडस्ट्रीज में अपनी हिस्सेदारी और बढ़ाई. बाजार विशेषज्ञों की नजर में इन दोनों कदमों को ‘चुपचाप लेकिन रणनीतिक कदम’ माना जा रहा है.

कॉफ़ी डे एंटरप्राइजेज: शांत प्रवेश, मज़बूत हलचल

डॉली खन्ना (Dolly Khanna) का नाम मार्च 2025 तिमाही तक इस शेयर में नहीं था. लेकिन 30 जून, 2025 के अंत में जारी शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, अब उनके पास 32.78 लाख शेयर हैं, जो कंपनी में 1.55% हिस्सेदारी है. इस खबर के सार्वजनिक होते ही शेयर 7.2% बढ़कर ₹36 पर बंद हुआ. कंपनी का वर्तमान बाजार पूंजीकरण ₹7,667 करोड़ है. यह निवेशकों के लिए एक संकेत है कि कॉफी डे एंटरप्राइजेज में अंदरूनी दिलचस्पी अब बढ़ रही है.

Read More – Sitaare Zameen Par का ट्रेलर हुआ रिलीज, Aamir Khan के साथ 10 नए चेहरे फिल्म में आएंगे नजर …

प्रकाश इंडस्ट्रीज में हिस्सेदारी बढ़ी

इस तिमाही का दूसरा बड़ा निवेश अपडेट प्रकाश इंडस्ट्रीज से जुड़ा है. मार्च तिमाही में उनकी हिस्सेदारी जहाँ सिर्फ 2.07% थी, वहीं अब बढ़कर 2.27% हो गई है. यानी अब उनके पास 40.56 लाख से ज़्यादा शेयर हैं. प्रकाश इंडस्ट्रीज को हाल के वर्षों में एक मल्टीबैगर स्मॉलकैप के रूप में देखा गया है. इस शेयर की मजबूती को देखते हुए, खन्ना की इसमें बढ़ती दिलचस्पी कोई आश्चर्य की बात नहीं है.

डॉली खन्ना का 2025 पोर्टफोलियो

सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, डॉली खन्ना (Dolly Khanna) के पोर्टफोलियो में कुल 16 कंपनियों के शेयर हैं. इनमें जुआरी इंडस्ट्रीज, जीएचसीएल और पॉलीप्लेक्स कॉर्पोरेशन जैसी विश्वसनीय कंपनियाँ शामिल हैं, जिनमें उनकी 1% से ज्यादा हिस्सेदारी है.

Read More – जल्द पापा बनने वाले हैं Rajkummar Rao, पोस्ट शेयर कर फैंस को दी खुशखबरी …

कुल पोर्टफोलियो मूल्य: ₹458.8 करोड़

विविधीकरण और विकास का संतुलन उनकी निवेश रणनीति में साफ देखा जा सकता है.

डॉली खन्ना के ये कदम क्या संकेत देते हैं?

  • कॉफ़ी डे एंटरप्राइजेज में निवेश से पता चलता है कि डॉली खन्ना (Dolly Khanna) पुनरुद्धार की कहानियों में विश्वास रखती हैं.
  • प्रकाश इंडस्ट्रीज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने से साफ जाहिर है कि वह कम मूल्यांकित और विकासोन्मुख कंपनियों पर दांव लगाना पसंद करती हैं.
  • उनका पोर्टफोलियो तेजी से बढ़ते मिड और स्मॉल कैप शेयरों पर आधारित है – यानी, वह दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निवेश कर रही हैं.