Susie Wiles: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सूसी विल्स को व्हाइट हाउस का चीफ ऑफ स्टाफ (White House Chie of Staff) नियुक्त किया है। अमेरिका के नवनिर्वाचित उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। सूसी व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ बनने वाली पहली महिला होंगी।
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सूसी विल्स फ्लोरिडा की एक अनुभवी रिपब्लिकन रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2016 और 2020 में फ्लोरिडा में ट्रंप के अभियानों का नेतृत्व किया था। सूसी विल्स को ट्रंप के सबसे अनुशासित और बेहतरीन तरीके से चलाए गए अभियान के लिए उनके करीबी लोगों के बीच और बाहर भी बहुत सम्मान दिया जाता है। यही कारण है कि वे चीफ ऑफ स्टाफ की भूमिका के लिए शीर्ष दावेदार बन गई थीं।
जानकारों की मानें तो व्हाइट हाउस में इस पद पर पहली बार किसी महिला को नियुक्त करके ट्रंप महिला वोटर्स के बीच बड़ा संदेश पहुंचाना चाहते हैं। कारण, पूरे चुनावी कैंपेन के दौरान उन पर महिलाओं से संबंधित तमाम आरोप लगते रहे। साथ ही कई महिला सेलेब्रिटी ने ट्रंप के खिलाफ और कमला हैरिस के लिए प्रचार प्रसार किया था। इसके बावजूद चुनाव में कमला हैरिस को 53 फीसदी महिलाओं ने वोट दिया जबकि ट्रंप को 45 फीसदी महिलाओं का वोट मिला।
कहा ट्रंप ने अपने आदेश में?
अपने आदेश में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, “सूसी विल्स ने मुझे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत हासिल करने में मदद की है। वह मेरे 2016 और 2020 के सफल अभियानों का अभिन्न अंग थीं। सूसी सख्त, स्मार्ट, इनोवेटिव हैं और यूनिवर्सिली प्रशंसित और सम्मानित हैं। सूसी अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए अथक प्रयास करती रहेंगी। संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में पहली महिला चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में सूसी का होना एक अच्छी तरह से योग्य सम्मान है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि वह हमारे देश को गौरवान्वित करेंगी।
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क्या होता है चीफ ऑफ स्टाफ का काम?
चीफ ऑफ स्टाफ अमेरिकी सरकार में एक कैबिनेट पद है. इसकी नियुक्ति अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से की जाती है। इसके लिए सीनेट की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है। इस पद पर नियुक्त शख्स सिर्फ राष्ट्रपति को रिपोर्ट करता है। चीफ ऑफ स्टाफ का काम राष्ट्रपति के एजेंडे को क्रियान्वित करने के साथ ही प्रतिस्पर्धी राजनीतिक और नीतिगत प्राथमिकताओं को कंट्रोल करना होता है। उन्हें गेटकीपर टर्म भी दिया जाता है, जो यह मैनेज करते हैं कि राष्ट्रपति तक कौन पहुंच सकता है। साथ ही राष्ट्रपति से मिलने वाले लोगों को कब और कैसे बुलाना है, यह भी चीफ ऑफ स्टाफ तय करता है।
विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री पद की दौड़ में ये नाम शामिल
ट्रंप के इस कदम के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि वह आने वाले हफ्तों में अपने मंत्रिमंडल और अन्य उच्च पदस्थ प्रशासनिक अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया शुरू करेंगे। ऐसे में विदेश मंत्री की दौड़ में ट्रंप के पूर्व कार्यकारी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक रिचर्ड ग्रेनेल, अपने आक्रामक विचारों के लिए जाने जाने वाले पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ’ब्रायन और रिपब्लिकन पार्टी से मजबूत संबंध रखने वाले सीनेटर और पूर्व राजदूत बिल हेगर्टी प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं रक्षा मंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहे उम्मीदवारों में कांग्रेस सदस्य माइक वाल्ट्ज शामिल हैं, जो चीन के प्रभाव के मुखर आलोचक हैं और पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ हैं।
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