Trump Tariffs on Brazil: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (donald trump) ने फिर टैरिफ बम फोड़ा है। बुधवार (9 जुलाई) आधी रात को ट्रंप ने ब्राजील समेत 8 देशों पर टैरिफ लगाया है। इन देशों में ब्राजील पर सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। ब्राजील पर ये भारीभरकम टैरिफ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ( Lula da Silva) के बीच हुई जुबानी जंग के बाद लिया गया है। लूला ने ट्रंप को अवांछित सम्राट कह दिया था, जिससे मामला गर्मा गया। इसके बाद ट्रंप ने ब्राजील पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। इसके बाद राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने ट्रंप को ‘आर्थिक प्रतिशोध’ की चेतावनी दी है।
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जबकि ट्रंप ने अल्जीरिया, इराक, लीबिया, श्रीलंका (30%), ब्रुनेई, मोल्दोवा (25%) और फिलीपींस (20%) के लिए टैरिफ का ऐलान किया। सभी देशों के खिलाफ ये शुल्क 1 अगस्त से लागू होंगे।
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दरअसल ट्रंप ने पहले सात देशों के खिलाफ टैरिफ लगाने की घोषणा की। इसके कुछ देर बाद ब्राजील पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया। इसके पीछे का कारण बताते हुए ट्रंप ने कहा कि यह फैसला ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ हो रहे बर्ताव को देखते हुए लिया गया है। बोलसोनारो इस समय तख्तापलट की साजिश रचने के आरोप में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।
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ट्रंप ने राष्ट्रपति लूला को लिखी चिट्ठी
ट्रंप ने राष्ट्रपति लूला को एक चिट्ठी भी लिखी। इसमें उन्होंने कहा कि वे पूर्व ब्राजीलियाई राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो को जानते हैं और उनका सम्मान करते हैं। ट्रंप ने बोलसोनारो के खिलाफ चल रही सुनवाई को राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि यह नहीं होनी चाहिए। ट्रंप ने अपने पत्र में लिखा, “मैं पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो को जानता हूं, उनके साथ काम किया है और उनका बहुत सम्मान करता हूं, जैसा कि दुनिया के अधिकतर नेता करते हैं। ब्राजील ने जिस तरह बोलसोनारो के साथ व्यवहार किया है, वह एक अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी है। यह मुकदमा नहीं चलना चाहिए। यह एक ‘विच हंट’ है जिसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
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ब्राजील राष्ट्रपति कार्यालय ने जारी किया बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति की इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कड़ा जवाब देते हुए आर्थिक प्रतिकार (Reciprocal Action) की चेतावनी दी है। राष्ट्रपति सिल्वा ने साफ कहा कि अगर अमेरिका ने ब्राजील पर एकतरफा तरीके से आयात शुल्क बढ़ाया, तो ब्राजील भी उसी के जवाब में कदम उठाएगा। राष्ट्रपति लूला के कार्यालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘किसी भी देश द्वारा एकतरफा टैरिफ बढ़ोतरी का जवाब ब्राजील आर्थिक पारस्परिकता कानून के तहत देगा।
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अमेरिका और ब्राजील के बीच व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ी
इस बयान के साथ अमेरिका और ब्राजील के बीच व्यापार युद्ध (Trade War) की आशंका और तेज हो गई है। दरअसल, ट्रंप ने कहा था कि ब्राजील पर लगाया गया यह टैरिफ बोलसोनारो के खिलाफ मुकदमे के विरोध और अनुचित व्यापार संबंधों के कारण है। उनका आरोप है कि ब्राजील अमेरिका के साथ निष्पक्ष व्यापार नहीं कर रहा है।
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राष्ट्रपति लूला ने एक्स पर लिखी लंबी-चौड़ी पोस्ट
ट्रंप की घोषणा के बाद लूला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ब्राजील एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र है और वह किसी अन्य देश की दखलअंदाजी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने लिखा, ‘ब्राजील एक संप्रभु देश है, जिसकी अपनी स्वतंत्र संस्थाएं हैं। हम किसी भी प्रकार का बाहरी दखल स्वीकार नहीं करेंगे।

ब्राजील के राष्ट्रपति ने यह भी स्पष्ट किया कि पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई पूरी तरह से ब्राजील की न्यायपालिका के अधीन है और इस पर कोई बाहरी दबाव स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘तख्तापलट की साजिश रचने वालों पर चल रहे मुकदमे ब्राजील की अदालतों का विषय हैं, और उन पर न तो कोई धमकी और न ही कोई बाहरी हस्तक्षेप असर डालेगा।
राष्ट्रपति लूला ने यह भी कहा कि ब्राजील में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब हिंसा, आक्रामकता या नफरत फैलाना नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्राजील किसी भी तरह के ऑनलाइन हेट स्पीच, नस्लवाद, बाल शोषण या अन्य किसी प्रकार के दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगा। देश में काम करने वाली सभी कंपनियों चाहे वे ब्राज़ीलियाई हों या विदेशी, को ब्राजील के कानूनों का पालन करना होगा।
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