न्यूयार्क। अमेरिका के राष्ट्रपति पद की दौड़ में कुछ हफ्ते पहले तक आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप के लिए हालात बदलते नजर आ रहे हैं. जो बाइडन के राष्ट्रपति पद की रेस से हटने और अपनी जगह कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का घोषणा के बाद ट्रंप बैकफुट पर हैं, यहां तक मीडिया कवरेज में भी वह कमला हैरिस से पिछड़ गए हैं.
हाल के दिनों तक डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस पर निजी हमले कर रहे थे और उनके रंग और उनके भारतीय और अफ्रीकी होने को लेकर टिप्पणी कर रहे थे. हालांकि उनकी ही पार्टी के कई नेताओं ने ट्रंप को कमला हैरिस पर निजी टिप्पणियों को लेकर आगाह किया. अब लग रहा है कि ट्रंप को भी यह बात समझ आ गई है तो वह निजी हमले छोड़कर नीतियों पर बात करने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने वेटर्स को मिलने वाली टिप पर टैक्स खत्म करने की बात कही. साथ ही नेवादा में हिस्पैनिक मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल राष्ट्रपति चुनाव में नेवादा राज्य की भूमिका अहम होगी.
राष्ट्रपति पद की रेस में बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रॉबर्ट एफ. कैनेडी ने भी हाल ही में उम्मीदवारी से हटने का फैसला किया है. साथ ही उन्होंने ट्रंप को समर्थन देने का एलान किया. हालांकि ट्रंप को इसका फायदा मिलता भी नहीं दिख रहा है. मीडिया कवरेज में भी ट्रंप कमला हैरिस से पिछड़ गए हैं. खासकर हाल ही में शिकागो में हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के कन्वेंशन के दौरान कमला हैरिस सुर्खियों में बनीं रहीं. साथ ही कन्वेंशन के दौरान कमला हैरिस ने जो संबोधन दिया, उसकी भी तारीफ हुई.
कन्वेंशन के दौरान ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर कमला हैरिस की आलोचना करने की कोशिश की, लेकिन मीडिया ने उन्हें ज्यादा भाव नहीं दिया. राजनीति के जानकारों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप भी ये समझ रहे हैं. फंड जुटाने के मामले में भी ट्रंप, कमला हैरिस से पिछड़ गए हैं. हालिया सर्वे में साफ है कि कमला हैरिस ने ट्रंप पर बढ़त बना ली है. अब देखने वाली बात ये है कि क्या कमला हैरिस की यह बढ़त बरकरार रहती है, या फिर ट्रंप फिर से मजबूत होकर उभरते हैं.