वाशिंगटन। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की फिर से राष्ट्रपति बनने की ख्वाहिश चूर-चूर होती नजर आ रही है. एफबीआई ने ट्रंप को गोपनीय दस्तावेजों को अपने साथ ले जाने के मामले में अभियोगी ठहराया है. इसके साथ ट्रंप अमेरिका के इतिहास में पहले राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर इस तरह के संगीन आरोप लगे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद जब उन्होंने व्हाइट हाउस खाली किया था, तो वो अपने साथ भारी संख्या में गोपनीय दस्तावेज भी लेकर चले गये थे. इस मामले में पिछले साल 8 अगस्त को एफबीआई ने डोनाल्ड ट्रंप के निजी आवास, फ्लोरिडा स्थिति मार-ए-लागो पर छापा भी मारा था.
एफबीआई ने उस दौरान कहा था कि उसने पूर्व राष्ट्रपति के घर से सीक्रेट दस्तावेजों से भरे 33 बक्से बरामद किए हैं. बक्सों में रखे गये सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स को अखबारों, पत्रिकाओं और विविध समाचार पत्रों के साथ मिला दिया गया था, जिससे उनका पता नहीं चल पाए. इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ था, जब व्हाइट हाउस में नेशनल आर्काइव्स एंड रिकॉर्ड्स एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारी को महसूस हुआ कि उनके कार्यालय से महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स गायब हैं और फिर मामले की जांच शुरू की गई थी.
प्रेसिडेंशियल रिकॉर्ड्स एक्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के दस्तावेजों को अमेरिकी सरकार की संपत्ति माना जाता है और इसे संरक्षित किया जाता है और कोई भी राष्ट्रपति, पद छोड़ने के बाद उसे अपने साथ नहीं ले जा सकता है.