दरअसल, दोनों पक्ष नियत स्थान पर अपने-अपने धार्मिक स्थल बनाने में जुट गए हैं। इस बीच सांप्रदायिक सौहार्द की नजीर पेश करते हुए अयोध्या में बन रही मस्जिद के लिए सबसे पहला चंदा एक हिंदू शख्स की तरफ से दिया गया है। इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सेक्रेटरी अतहर हुसैन ने ये जानकारी देते हुए बताया कि गंगा-जमुनी तहजीब का नायाब नमूना पेश करते हुए लखनऊ यूनिवर्सिटी में कार्यरत रोहित श्रीवास्तव ने मस्जिद के निर्माण के लिए सबसे पहला चंदा दिया है।
मस्जिद निर्माण से जुड़े अतहर हुसैन ने कहा कि यह योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। एक हिंदू शख्स की इस पहल से अयोध्या में पांच एकड़ भूमि पर बनने वाली मस्जिद के निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने उनके हौसले को बढ़ाया है। उन्होंने कहाकि, हमारे लिए ये खुशी का दिन था जब हमने ट्रस्टियों के बाहर पहला दान स्वीकार किया। यह काफी विशेष है क्योंकि यह लखनऊ के रोहित श्रीवास्तव की तरफ से आया है। उनके इस काम ने अवध की गंगा-जमुनी तहज़ीब का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है।