संतोष राजपूत, डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ में भुरवाटोला की रहने वाली पीड़िता ने पुलिस को अपने अपहरण होने व बेचे जाने की जानकारी देकर छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी का बड़ा खुलासा किया है. मामले में पीड़िता और पकड़े गए चार आरोपियों की गिरफ्तारी से मिली जानकारी से अंतरराज्यीय मानव तस्कर गिरोह का लिंक सामने आया है. मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया है, जिसके साथ जल्द ही बड़ा खुलासा होने की बात कही जा रही है.
डोंगरगढ़ के भुरवाटोला में रहने वाली जैन समाज की 23 वर्षीय विवाहिता महिला अचानक गुम हो गई, जिस पर पीड़ित के पति शुभम ने 11 सितंबर 20 को पत्नी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने गुम इंसान कायम कर जांच में जुट गई. 22 नवम्बर को पीड़िता ने अपने पति के साथ थाने में आकर बताया कि जुनैद खान, सलमान, शुभम तिवारी व साजदा सैय्यद ने पीड़िता को पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया था, जिसके बाद पीड़िता को डोंगरगढ़ से रायपुर कार के जरिए ले लाया गया, जहां से हवाई जहाज के जरिए दिल्ली व हरियाणा पहुंचाया गया.
पीड़िता ने बताया कि उसे हरियाणा में लाखों रुपए में सुरेश नामक व्यक्ति को बेच दिया गया, लेकिन उसके भागने के प्रयास पर सुरेश ने वापस आरोपियों को सौंप दिया. इसके बाद आरोपियों ने दूसरी बार राजेश चमरा को लाखों रुपये में बेच कर उसकी शादी तक करा दी. पीड़िता के अपनी सारी बात राजेश को बताई, जिसके बाद उसने लॉक डाउन के खुलने के बाद ट्रेन से दुर्ग भेज दिया.
पीड़ित के बयान पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ 362, 363, 366, 368, 506, 370-ए के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. वहीं मानव तस्करी के अन्य आरोपियों को पकड़ने एसआईटी का गठन कर दिया गया. मामले पर पीड़ित महिला ने खुलासा करते हुए बताया कि रायपुर में जिस कमरे में रुके थे, वहां राज्य से लाई गई महिलाएं भी थीं.