जशपुर. जिले में टमाटर का रकबा बढ़ाकर अधिक उपज लेने वाले किसानों को इन दिनों दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है. सबसे बड़ी विडंबना यह है कि यहां के सैकड़ों किसानों को अपनी टमाटर फसल इन दिनों पानी के मोल बेचना पड़ रहा है. इसके अलावा फलोद्यान विभाग से भी अनुदान राशि के लिए बेवजह चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.

जशपुर जिले में पत्थलगांव विकासखंड के करमीटिकरा स्थित शासकीय फलोद्यान विभाग के अधिकारी मरकुस एक्का ने बताया कि उनके विभाग की सब्जी विस्तार योजना के तहत यहां 65 किसानों का चयन किया गया था. इन किसानों ने सरकार की अनुदान राशि से लाभान्वित करने के सभी दस्तावेज जमा कर दिए हैं, लेकिन सत्यापन नहीं होने से उन्हें लाभान्वित नहीं किया जा सका है.

टमाटर फसल के प्रति किसानों का रुझान बढ़ाने के लिए राज्य सरकार टमाटर क्षेत्र विस्तार योजना के तहत टमाटर फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 40 फीसदी अनुदान राशि दे रही है, लेकिन पत्थलगांव क्षेत्र में दर्जनभर गांव के चयन सूची में शामिल किसी भी किसान को सरकार की योजना का एक पाई भी लाभ नहीं मिल पाया है. ग्राम बहनाटांगर, डुड़ूंगजोर, लुड़ेग क्षेत्र के किसानों का कहना है कि अनुदान संबंधी पूरे दस्तावेज फलोद्यान विभाग के पास जमा करा देने के बाद भी सहायक संचालक उनकी अनुदान राशि बैंक में जमा नहीं करा रहे हैं. इससे किसानों को सब्जी मंडी में कम भाव के साथ शासकीय अनुदान भी नहीं मिल रहा है.

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