रायपुर. डागा कॉलेज के निलंबित प्राचार्य डॉ डीके दुबे और कॉलेज के प्रबंधन समिति के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार कॉलेज के शासी निकाय ने डॉ डीके दुबे को निलंबन के बावजूद कॉलेज में प्रवेश करने को अनधिकृत मानते हुए महाविद्यालयीन कार्यों में बाधा माना है. डागा कॉलेज के शासी निकाय ने मौदहापारा थाने में डॉ डीके दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया है. साथ ही एसडीएम को भी शिकायत पात्र सौंपा गया है. कॉलेज शासी निकाय के अध्यक्ष अजय तिवारी ने शिकायत पात्र में लिखा है कि विगत 2 मई को कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा चल रहा था. डॉ डीके दुबे ने कॉलेज से निलंबन के बाद भी कॉलेज परिसर में प्रवेश कर परीक्षा में बाधा डाल रहे थे.

साथ ही कॉलेज शासी निकाय ने डॉ डीके दुबे को पत्र लिखकर चेताया है कि वे आगे से कभी कॉलेज में अनधिकृत प्रवेश ना करें. साथ ही डॉ डीके दुबे को लिखे पत्र में शासी निकाय के अध्यक्ष ने कहा है कि डॉ दुबे पर निलंबन का आदेश जब समाप्त किया जाएगा तभी एक नियोजित व्यक्ति के रूप में कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति और पात्रता होगी. बता दें कि पीजी डागा कन्या महाविद्यालय के शासी निकाय की बैठक में पूर्व प्राचार्य व प्रोफेसर डीके दुबे को निलंबित कर दिया गया है. इसका निर्णय 15 अप्रैल की बैठक में कॉलेज की गवर्निंग सात सदस्यों की उपस्थिति में लिया गया था.

जारी निलंबन आदेश पत्र में शासी निकाय/महाविद्यालय प्रबंधन के आदेशों की लगातार अवहेलना, कार्यालय समेत कक्षाओं, स्टाफ रूम आदि में ताला बंद करने, परीक्षा के दौरान क्लास में किताब ले जाने जैसे मामलों को गंभीरता से लिया गया था. साथ ही पं. रविशंकर शुक्ल विवि से कॉलेज में आए वरिष्ठ केंद्राध्यक्षों के साथ प्रो. दुबे का अभद्र रवैया अपनाने से कॉलेज की छवि धूमिल हुई थी. इससे कार्यवाहियों व अनुशासनहीनता के कारण सेवा से निलंबित करने का निर्णय लिया गया.