सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। राहुल गांधी के कथन पर पहली बार भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपनी सहमति जताई है. रमन सिंह ने कहा कि बड़ा प्रशासनिक निर्णय हुआ है और निर्णय इसलिए किया गया है कि देश में आपात स्थिति है और इस स्थिति को ढंग से समझने के लिए और इसका सामना करने के लिए जो अन्य मद में खर्चे बढ़ रहे हैं, मैं इस बात से बिल्कुल सहमत हूँ. दरअसल डाक्टर रमन सिंह से ये सवाल पूछा गया था कि राहुल गांधी ने कहा था कि केंद्र सरकार को फिजूल के खर्च पर रोक लगनी चाहिए.

डॉ. रमन सिंह ने कहा आगे कहा कि अनावश्यक मद में जो खर्च हो रहे हैं उस पर भी कटौती होनी चाहिए और इस प्रकार सरकार बड़े स्तर पर भी सेविंग करना चाहती है क्योंकि ये एक दिन की लड़ाई नहीं है, 6 महीने साल भर तक हम इसके इफ़ेक्ट को बर्दाश्त करेंगे उसके लिए आर्थिक प्रबंधन जरूरी है.

केन्द्र सरकार की गाइडलाइन को लेकर कहा कि धीरे-धीरे ऐसी स्थिति बन रही है कि आम आदमी की सुविधा के लिए पीडीएस, दवाई के साथ ही डेयरी की दुकानों से लेकर छोटे मोटे इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकाने और इन सब को धीरे-धीरे खोलने की प्रक्रिया शुरू होगी. लेकिन हम अपना अनुशासन पूरा बनाकर रखें और 3 तारीख तक शत-प्रतिशत सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें मास्क लगाकर रखें और बड़े-बड़े मॉल होटलों को खोलने की जरूरत नहीं है. सिर्फ मजदूरों और छात्रों को लाने के लिए सीमित संसाधन के साथ कार्ययोजना बनाकर लाया जाए. सबसे पहले बस्तर से शुरू करें, मैं हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं. क्योंकि बस्तर के जो हालात हैं वह बहुत ही कष्टदायक हैं. जैसे राजस्थान के बच्चों के लिए व्यवस्था किए. मैं धन्यवाद देना चाहूंगा की समझदारी का काम किया वैसे ही बस्तर के 7 जिलों से शुरुआत होनी चाहिए.

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