रायपुर- दंतेवाड़ा के भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत मामले में नक्सलियों की ओर से जिम्मेदारी लेने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नक्सलियों ने खुद ही अपना पोल खोल दिया. उन्होंने ये बता दिया कि उनका चेहरा कितना काला है. बता दिया कि भीमा को क्यों मारा गया.
डॉ रमन ने कहा कि भीमा मंडावी सड़क का निर्माण कराता था, स्कूल-कालेज खुलवाता था, अस्पताल बनाता था. नक्सली चाहते हैं बस्तर में अँधेरा हो. 18 वीं सदी में बस्तर रहने पर मजबूर हो जाए.उन्होंने कहा कि मैं बस्तर के लोगों को सैल्यूट करूंगा. भीमा की पत्नि, माता-पिता, बहन को सैल्यूट करूंगा, जिसके चिता की आग बुझी नहीं है. लेकिन मतदान केंद्रों तक पहुंचकर वोट डालने जाना ये बताना है कि नक्सलवाद के सामने झुके नहीं है.
डॉ रमन सिंह ने कहा कि गला काटने की धमकी, आरडीएक्स औऱ बारूदी सुरंगे लगाने के बावजूद भी चुनाव में गए अधिकारी ने चुनौती को स्वीकार किया था. बस्तर को झुकाया नहीं जा सकता, रोका नहीं जा सकता.