रायपुर-  बतौर सीएम पांच हजार दिन पूरे करने वाले मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने आज जब इतिहास रचा, तो उन मजदूरों के बीच बैठकर जश्न मनाया, जिनके समर्थन के बूते ये मुकाम हासिल हुआ है. इस बीच उन्होंने प्रदेश के श्रमवीरों की चिंता करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रम अन्न सहायता योजना का शुभारंभ भी किया. योजना शुरू की तो खुद मजदूरों के साथ दोपहर का खाना खाया. गर्म दाल-चावल, सब्जी और आचार.

पहले चरण में प्रदेश के 10 जिलों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कवर्धा, कोरिया, जगदलपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ और सरगुजा में यह योजना लागू की जा रही है.  इस योजना के लिए 50 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है.  इस योजना में श्रमिकों को दोपहर का गर्म भोजन एक टिफिन में रखकर दिया जाएगा.  लगभग 18 रूपए लागत का भोजन पांच रूपए में श्रमिकों को उपलब्ध कराया जाएगा. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह के अलावा विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले, कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, श्रममंत्री भईयालाल राजवाडे़, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू, विधायक श्रीचंद सुंदरानी और अवधेश चंदेल, छत्तीसगढ़ सन्न निर्माण एवं कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष मोहन एंटी, छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष योगशचंद्र शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

मजदूरों के साथ खाना खाने के बाद मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि

घर का खाना रोज खाते हैं. कभी-कभी ऐसा बदलाव भी जरूरी है. खाना बड़ा स्वादिष्ट था. गर्म दाल-चावल, सब्जी और आचार को मिलाकर खाने का अपना मजा है. 18 रूपए के खाने को मजदूरों के लिए इस नई योजना के तहत 5 रूपए में दिया जाएगा. खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

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