रायपुर- नया रायपुर में वेदांता हाॅस्पीटल के साथ मिलीभगत के राजनीतिक आरोपों पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा है कि- वेदांता के साथ जो एमओयू था, उसे निरस्त कर दिया गया है. एमओयू के तहत वेदांता को एक रूपए वर्गफीट की दर पर जमीन देने की बात कहीं गई थी, लेकिन एमओयू निरस्त करने के बाद जमीन की टोटल कास्ट और पेनाल्टी वेदांता हाॅस्पीटल से वसूली गई है. प्रावधानों के तहत उचित दर पर ही जमीन दी गई है. किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. गौरतलब है कि शुक्रवार को रमन कैबिनेट ने वेदांता हाॅस्पीटल 34 करोड़ रूपए वसूली किए जाने का निर्णय़ लिया था. इस निर्णय़ के बाद आज मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने वेदांता हाॅस्पीटल का उद्घाटन किया है.
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि वेदांता-बाल्को का हाॅस्पीटल छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्य के लिए बड़ा सेंटर बना है. जिस तरीके से छत्तीसगढ़ में कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसके लिए यह हाॅस्पीटल वरदान साबित होगा. वेदांता हाॅस्पीटल का चाइल्ड केयर वार्ड दुनिया का सबसे बेहतर है. यह मेडिकल केयर में दुनिया का सबसे बेहतर कैंसर अस्पताल साबित होगा. उन्होंने कहा कि कैंसर में जितनी वेदना है, उतनी किसी बीमारी में नहीं है.
बता दें कि राज्य सरकार ने सात साल पहले वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन को नया रायपुर में अस्पताल बनाने के लिए 15 एकड़ जमीन एक रूपए वार्षिक लीज पर आबंटित किया था. लेकिन तय वक्त पर अस्पताल नहीं बनाया जा सका. इससे पहले राज्य सरकार ने वेदांता को सडडू में आठ हेक्टेयर जमीन आबंटित किया था, लेकिन अस्पताल बनाने में प्रबंधन ने रूचि नहीं दिखाई. बाद में वेदांता ने सडडू की जमीन को लौटाते हुए ही नया रायपुर में सरकार से जमीन लिया था.
नया रायपुर में जमीन हासिल करने के बाद वेदांता ने एमओयू की शर्तों का उल्लंघन किया और निर्धारित वक्त पर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर का निर्माण नहीं किया. रमन कैबिनेट ने इसी नियम शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में वेदांता को आबंंटित जमीन निरस्त कर दिया और 34 करोड़ 30 लाख रूपए की पेनाल्टी लगा दी.