सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। शराब दुकानों के लिए कमेटी गठित किए जाने पर आए होईकोर्ट के फैसले को लेकर डॉ रमन सिंह ने भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद मद्य प्रेमियों को शराब कैसे बांटा जाए इसके लिए कमेटी बन गई, लेकिन आम लोगों की जरूरी व्यवस्थाओं के लिए कमेटी नहीं बनाई.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सरकार को यह ध्यान देना चाहिए कि मेडिकल कॉलेजों को कोरोना के इलाज के लिए कैसे तैयार किया जा सकता हैं. टेंडर-टेंडर का गेम चल रहा है. टेंडर की प्रक्रिया नहीं हो रही है. जारी टेंडर में 20 दिन निकल गए आगे भी 20 दिन निकल जाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के बीच कितना अद्भुत तालमेल है कि आज तक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत चल रही है. मगर निर्णय अधूरा पड़ा है

डॉ. सिंह ने कहा कि हम जिस बात को रोज चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया जाए, अब कोर्ट को कहना पड़ रहा है. सरकार के लिए इस कठिन समय में इससे ज्यादा पीड़ाजनक और क्या बात हो सकती है कि उन्होंने राजनीतिक दल के लोगों की बात सुनना बंद कर दी तो अंत में न्यायालय को टिप्पणी करनी पड़ रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ यह टिप्पणी इतनी दुखदाई है कि ऐसे समय में बिलासपुर में जो मेडिकल कॉलेज है उसमें कम से कम सभी फैसिलिटी तैयार करके रखने का समय था. शराब के बारे में तो बहुत साफ शब्दों में ये कहा गया है कि मद्य प्रेमियों पर ध्यान मत दीजिए कोई नहीं मरेगा, चिंता मत कीजिए मैं ये गारण्टी देता हूँ कि बिना दारू पिए छत्तीसगढ़ में कोई नहीं मरेगा यह पक्की बात है.