प्रतीक चौहान. रायपुर. डॉ उत्कर्ष त्रिवेदी छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे डॉक्टर बन गए है, जिन्हें दुबई में सम्मानित किया गया. इस सम्मान समारोह में 25 देशों के प्रख्यात होम्योपैथी डॉक्टर भी शामिल हुए.
चाहे जर्मनी हो या रूस, यूएसए हो या फिलीपिंस, ब्राजील हो या बंगलादेश सबने माना, भारत बहुत तेजी से होम्योपैथी के क्षेत्र में उभर रहा है. दुनियाभर में छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान दिलाने वाले डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी की इस कार्यक्रम में सराहना की गई. डॉक्टर उत्कर्ष त्रिवेदी एक युवा चिकित्सक है और काफ़ी कम समय में इन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है. डॉ उत्कर्ष त्रिवेदी ने दावा किया है कि करोना काल के समय इन्होंने दिन रात मरीजों की सेवा की व लगभग होमियोपैथी दवाई के ज़रिए 20000 से अधिक लोगों की जान बचाई व 400000 से अधिक मरीज़ों को निःशुल्क होमियोपैथी की प्रतिरोधक दवाई बाटी व कई सारे असाध्य मरीज़ों को इन्होंने होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति से ठीक किया.
यही कारण था जो इन्हें विश्व के टॉप 20 होमियोपैथी विशेषज्ञों की टीम में शामिल किया गया है. इस सम्मान के लिए डॉ उत्कर्ष त्रिवेदी ने डॉ नीतीश दुबे व पूरे बर्नेट होमियोपैथी परिवार का आभार प्रकट किया.
कार्यक्रम में जर्मनी के डॉ. वैट्रिक्स जेवनर, यूएसए के निधान जेलकेफली, फिलीपीन्स के जेएल बाललॉंग, बांग्लादेश के मो. जहांगीर आलम, स्वीडन के नील्स बॉक्सट्राम, मलेशिया के जेनेयी बालकृष्णन, थाइलैंड के पार्नशेप सिरिनिरूला, यूके के प्रो. रोनाल्ड जार्ज, ब्राजील के प्रो. लिओनी बोनामीन, कनाडा के इना डोलोपास्की, यूएई के डॉ. शमसूर आलम,हंगरी के अन्ना कोवालीक, इटली के सैंटानेरा, लातीव के गुना ब्लमबरज, रूस के ओल्गा लेवीना, यूएसए के डाना उल्मन समेत कई हस्तियों से शिरकत की.