रायपुर। पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन बाई की आर्थिक मदद के लिए प्रसिद्ध नृत्यांगना डॉ. यास्मीन सिंह सामने आई हैं. डॉ. यास्मीन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह की पत्नी हैं.
महाकाव्य महाभारत से पांडवों की कहानियों को पारंपरिक पंडवानी शैली में प्रस्तुत करने के लिए प्रसिद्ध और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित (पद्मश्री, पद्मभूषण, पद्मविभूषण) गायिका तीजन बाई पिछले दो साल से लकवा ग्रस्त हैं. इस समय वे शारीरिक और मानसिक दोनों ही कठिनाइयों से जूझ रही हैं. उनकी आर्थिक स्थिति भी दयनीय हो गई है, और उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा है. पिछले 9 महीने से उन्हें पेंशन भी नहीं मिल रही है. तीजन बाई ने राज्य संस्कृति विभाग को पत्र लिखकर 88 हजार रुपये की सहायता राशि और पेंशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.
इस बीच जब डॉ. यास्मीन सिंह को तीजन बाई की हालत का पता चला, तो उन्होंने बिना देर किए उन्हें इलाज के लिए 1 लाख रुपये की मदद दी. डॉ. यास्मीन खुद एक प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना हैं और एक कलाकार के दर्द को भली-भांति समझती हैं. उन्होंने ग्वालियर के राजा मान सिंह तोमर संगीत विश्वविद्यालय से कथक में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है और खैरागढ़ के इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री हासिल की है.
यास्मीन सिंह सेवा को एक मिशन मानती हैं। उनका करियर उल्लेखनीय रहा है, जिसमें उन्होंने प्रशासक, विचारक और समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कई भूमिकाएं निभाई हैं. एक कुशल कथक कलाकार होने के साथ-साथ उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि भी बहुत मजबूत है. उनके पास कथक में पीएचडी, इतिहास और सामाजिक कार्य में ट्रिपल एमए (मास्टर ऑफ आर्ट्स) और इतिहास में एम.फिल की डिग्री है। छत्तीसगढ़ सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक के रूप में उनकी दीर्घकालिक भूमिका में यास्मीन सिंह की नेतृत्व क्षमता स्पष्ट है।
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