रायपुर। कोविड-19 संक्रमण के फैलाव की रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर को तीन जोन में बांटा गया है। इस व्यवस्था के तहत चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों को तीन जोन में विभक्त करते हुए एक-दूसरे से अलग किया गया है। एक जोन के लोग दूसरे जोन में नहीं जा सकेंगे। पहले ज़ोन में कन्फर्म कोविड-19 केस मरीजों को रखा गया है।

इस जोन में सामान्य लोगों की आवाजाही पूर्णतः प्रतिबंधित है ताकि किसी भी तरह के संक्रमण के प्रसार का खतरा न हो। दूसरे जोन में संभावित मरीजों को रखा गया है जिनमें कोविड-19 के लक्षण तो हैं, लेकिन सैम्पल जांच की रिपोर्ट आना बाकी है। तीसरे में नॉन-कोविड मरीज हैं जो दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं।

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनित जैन ने इस नई व्यवस्था के बारे में बताया कि अस्पताल को तीन अलग-अलग हिस्सों में बांटने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि डॉक्टर, पूरे स्टॉफ तथा चिकित्सालय में इलाज कराने आने वाले लोगों को यह जानकारी रहेगी कि कौन से मरीज का इलाज कहां चल रहा है। एक क्षेत्र को दूसरे से बिल्कुल पृथक कर दिया गया है। जोन के रूप में अस्पताल का विभाजन केवल लोगों की सुरक्षा के लिए किया गया है। मरीज एवं उनके परिजन एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में न जाएं, इसके लिए जगह-जगह डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं।

बाल्य एवं शिशु रोग विभाग मातृ-शिशु अस्पताल कालीबाड़ी स्थानांतरित

वहीं बाल्य एवं शिशु रोग विभाग (Pediatric Department) कालीबाड़ी स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में स्थानांतरित हो गया है। बाल्य एवं शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. शारजा फूलझेले ने आज यहां बताया कि कालीबाड़ी मातृ-शिशु अस्पताल में बच्चों के अन्तः रोगी विभाग (आईपीडी), बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) तथा पीडियाट्रिक आईसीयू को स्थानांतरित किया गया है। आज बच्चों की ओपीडी का संचालन मातृ-शिशु अस्पताल से किया गया। इलाज के लिए बच्चों की भर्ती भी आज से वहां शुरू कर दी गई है। बच्चों के इलाज की सभी सुविधाएं अब मातृ-शिशु अस्पताल से ही संचालित होंगी।